Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 May, 2024 07:42 AM
अमावस्या तिथि के दिन पितरों की पूजा करने का विधान है। इस साल की वैशाख अमावस्या 8 मई, बुधवार के दिन मनाई जा रही है। इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान और दान करते हैं। अमावस्या के दिन पितरों का
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Vaishakh Amavasya 2024: अमावस्या तिथि के दिन पितरों की पूजा करने का विधान है। इस साल की वैशाख अमावस्या 8 मई, बुधवार के दिन मनाई जा रही है। इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान और दान करते हैं। अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और श्राद्ध करने से सुख- समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पितरों को खुश करने के लिए वैसे तो वैशाख अमावस्या पर कई काम किए जाते हैं, वहीं कुछ चीजों को करने की मनाही भी है। उसी तरह कुछ चीजें करना बहुत जरूरी होता है। तो आइए जानते हैं कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए वैशाख अमावस्या पर कौन से काम करने जरूरी हैं-
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पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी
वैशाख अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने के लिए गाय, कौआ, कुत्ता, चिड़िया आदि के लिए भोजन और पानी का इंतजाम करें। अगर यह जीव दाने और पानी से तृप्त होते हैं तो पितर बहुत प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि इन जीवों के जरिए पितर भोजन और पानी ग्रहण करते हैं।
पितरों के देव अर्यमा की पूजा
पितरों के देव अर्यमा हैं। वैशाख अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने के लिए अर्यमा की पूजा करनी चाहिए। माना जाता है कि जब वह प्रसन्न होते हैं तो पितरों को मुक्ति मिलती है। अत: देव आर्यमा की पूजा करना जरूरी है।
पितृ स्तोत्र पाठ या श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण
वैशाख अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने और मुक्ति दिलाने के लिए पितृ स्तोत्र का पाठ या श्रीमद्भागवत कथा का स्मरण करें। श्रीमद्भागवत कथा का स्मरण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही घर में शुभता का आगमन होता है।
पितरों के लिए दान
वैशाख अमावस्या पर अपनी क्षमता अनुसार अपने पितरों को सफेद वस्त्र, बेड, गाय का घी बर्तन सहित, गाय या गोवंश, अन्न, जमीन, सोना, गुड़, नमक, छाता आदि का दान देना चाहिए।
स्नान और जल दान
वैशाख अमावस्या पर स्नान और दान का विशेष महत्व है। अमावस्या और पूर्णिमा पर दिया हुआ दान बहुत ही फलदायी होता है। इस दिन किसी प्यासे को पानी पिलाकर जल का दान देना चाहिए। ऐसा करने से पितृ खुश होते हैं और अपना आशीर्वाद हमेशा बना कर रखते हैं।