Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Jul, 2024 08:40 AM
भारत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाता है। एक गणतंत्र के तौर पर भारत बेशक सबसे मजबूत गणतांत्रिक देशों में है जहां आजादी के बाद से ही यह व्यवस्था अच्छी तरह चलती आई है लेकिन गण के
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Vaishali: भारत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाता है। एक गणतंत्र के तौर पर भारत बेशक सबसे मजबूत गणतांत्रिक देशों में है जहां आजादी के बाद से ही यह व्यवस्था अच्छी तरह चलती आई है लेकिन गण के तंत्र यानी लोकतांत्रिक व्यवस्था का जनक भारत ही रहा है।
हमारे यहां प्राचीन काल में कई राज्य गणतंत्र सिस्टम से संचालित होते थे। सही मायनों में दुनिया में जहां भी गणतांत्रिक व्यवस्था लागू दिखती है, वह प्राचीन भारत की ही देन है।
इसकी शुरूआत भारत के बिहार राज्य के वैशाली से हुई थी जिसे वैशाली गणराज्य के नाम से जाना जाता था।
ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार ईसा से लगभग छठी सदी पहले वैशाली में ही दुनिया का पहला गणतंत्र यानी ‘गणराज्य’ कायम हुआ था।
आज जो लोकतांत्रिक देशों में अपर हाऊस और लोअर हाऊस प्रणाली है, जहां सांसद जनता के लिए नीतियां बनाते हैं। यह प्रणाली भी वैशाली गणराज्य में थी। वहां उस समय छोटी-छोटी समितियां थीं जो गणराज्य के अंतर्गत आने वाली जनता के लिए नियमों और नीतियों को बनाती थीं।
वैशाली नगर वज्जी महाजनपद की राजधानी थी। महाजनपद का मतलब प्राचीन भारत के शक्तिशाली राज्यों में से एक होता था। ये क्षेत्र प्रभावशाली था अपने गणतांत्रिक मूल्यों की वजह से। वैशाली में गणतंत्र की स्थापना लिच्छवियों ने की थी जिनका संबंध एक हिमालयन वंश लिच्छ से था।