Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Sep, 2024 07:08 AM
पूजा-पाठ भगवान के प्रति अपना सम्मान दर्शाने का एक तरीका है। माना जाता है कि रोजाना पूजा-अर्चना करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। लेकिन
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vastu Tips: पूजा-पाठ भगवान के प्रति अपना सम्मान दर्शाने का एक तरीका है। माना जाता है कि रोजाना पूजा-अर्चना करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। लेकिन मंदिर के आसपास कुछ वस्तुओं के होने से आपको पूजा पाठ का कोई फल प्राप्त नहीं होता है और आपको दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ता है। तो ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन सी है वो चीजें जो पूजा घर के आसपास नहीं होनी चाहिए-
यदि कोई व्यक्ति अपने घर के मंदिर के आसपास पितरों या पूर्वजों की तस्वीर लगाता है, तो इससे व्यक्ति को बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं। पूजा घर के आस-पास पूर्वजों की तस्वीर लगाने से परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में तुरंत ही पितरों की तस्वीर को वहां से हटा देना चाहिए। पितरों की तस्वीर लगाने के लिए दक्षिण दिशा को सबसे अच्छा माना गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति कटी-फटी धार्मिक पुस्तकों को मंदिर के पास रखता है, तो इससे आपके घर की नकारात्मकता बढ़ती है और आपको देवी-देवताओं की नाराजगी की सामना करना पड़ता है। इसी के साथ आपको बता दें कि सूखे हुए फूल भी मंदिर में रखना शुभ नहीं माना गया है। इससे आपके जीवन में दरिद्रता आती है। ऐसे में देवी-देवताओं को चढ़ाए गए फूलों के सूख जाने के बाद उन्हें हटा।
तो वही अक्सर कई लोग घर के मंदिर में शंख भी रखते हैं लेकिन शास्त्रों में बताया गया है कि मंदिर में एक से ज्यादा शंख नहीं रखने चाहिए। इससे व्यक्ति को न तो पूजा-पाठ का पूर्ण फल मिलता है और साथ ही साथ जीवन की परेशानियों में बढ़ोतरी भी होने लगती है। ऐसे में अगर आपने भी मंदिर में एक से ज्यादा शंख रखे हैं तो उसे तुरंत हटा दें।
इसके अलावा मान्यताओं के मुताबिक, पूजा घर में कभी भी एक देवी-देवता की एक से ज्यादा मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। शास्त्रों में इसे अशुभ माना गया है। इतना ही नहीं मंदिर में कभी भी रौद्र रूप वाली मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। ऐसी प्रतिमा मंदिर में रखने से घर का अनिष्ट होता है।
इसी के साथ शास्त्रों की मानें तो घर में मंदिर में भगवान की मूर्तियों के पास माचिस की डिब्बी रखना अशुभ माना गया है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है माचिस जलाने के बाद इसकी तिली को भी मंदिर में नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि माचिस की जली हुई तीलियां नकारात्मकता को बढ़ाती है, जोकि घर के लिए दुर्भाग्य का कारण भी बनती है।