Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Oct, 2024 10:16 AM
वास्तु शास्त्र में हर दिशा का अपना ही एक महत्व होता है। चारों दिशाएं अपने आप में ही बहुत से फल प्रदान करती हैं और वास्तु शास्त्र इसके बारे में ही विस्तार से बताता है।
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में हर दिशा का अपना ही एक महत्व होता है। चारों दिशाएं अपने आप में ही बहुत से फल प्रदान करती हैं और वास्तु शास्त्र इसके बारे में ही विस्तार से बताता है। इन दिशाओं से निकलने वाली उर्जाएं हमारे जीवन को बहुत प्रभावित करती हैं, चाहे फिर वो अच्छी हो या बुरी। आजकल वास्तु शास्त्र का उपयोग केवल घरों में ही नहीं, बल्कि कार्यालयों, कारखानों और सार्वजनिक भवनों में भी किया जा रहा है। प्रत्येक कमरे का स्थान और दिशा महत्वपूर्ण होती है। जैसे, रसोई आग्नेय दिशा में, बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में और पूजा घर उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। घर की ऊंचाई और संरचना भी वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार होनी चाहिए। जीवन को खुशहाल और सुखद बनाने के लिए वास्तु शास्त्र को समझना बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज बात करेंगे आग्नेय कोण दिशा के बारे में।
आग्नेय कोण दिशा
आग्नेय कोण दिशा को दक्षिण-पूर्व दिशा भी कहा जाता है। ये दिशावास्तु शास्त्र और ज्योतिष में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह दिशा दक्षिण और पूर्व के बीच स्थित है और इसे समृद्धि, उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं-
वास्तु शास्त्र में आग्नेय दिशा का विशेष महत्व है। इसे समृद्धि और प्रगति की दिशा माना जाता है। आग्नेय दिशा में स्थित घरों और कार्यालयों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यदि घर का मुख्य द्वार आग्नेय दिशा में है, तो यह घर में समृद्धि और खुशी को आमंत्रित करता है। वास्तु के अनुसार, इस दिशा में द्वार होने से परिवार के सदस्यों के बीच अच्छे संबंध और स्वास्थ्य में सुधार होता है। आग्नेय दिशा में रसोई या किचन का होना भी शुभ माना जाता है। इससे रसोई में पकाए गए भोजन की ऊर्जा सकारात्मक होती है, जो परिवार की भलाई में योगदान करती है।
Keep these rules in mind इन नियमों का रखें ध्यान
Bedroom should not be in the south-east corner आग्नेय कोण में न हो बेडरूम
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में बैडरूम को शुभ नहीं माना जाता है। आग्नेय दिशा में अग्नि तत्व का प्रमुख प्रभाव होता है। इस दिशा की ऊर्जा बहुत उत्साह से जुडी होती है। जब बेडरूम आग्नेय दिशा में होता है तो इससे सोने वाले व्यक्तियों को आवश्यक शांति और विश्राम नहीं मिल पाता। इस दिशा की ऊर्जा नींद में बाधा डाल सकती है और तनाव का कारण बन सकती है। इस दिशा में बैडरूम होने से धन हानि होने की सम्भावना भी बढ़ सकती है।
Do not keep water related items in the south east corner आग्नेय कोण में न रखें पानी से जुड़ा सामान
प्रत्येक दिशा में एक विशेष तत्व होता है और आग्नेय कोण का संबंध आग और ऊर्जा से है। इसलिए इस दिशा में पानी से संबंधित चीजें रखना अनुकूल नहीं माना जाता है। आग्नेय कोण में पानी से संबंधित चीजें रखने से ऊर्जा का संतुलन बिगड़ सकता है। पानी का तत्व ठंडा और तरल होता है, जबकि आग का तत्व गर्म और सक्रिय होता है। जब ये दो तत्व आपस में मिलते हैं, तो वे एक-दूसरे को कमजोर कर सकते हैं। पानी का तत्व संबंधों में तनाव और असहमति को बढ़ा सकता है। आग्नेय कोण में पानी रखने से पारिवारिक सदस्यों के बीच विवाद बढ़ सकते हैं। यह सामाजिक संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।