Edited By Prachi Sharma,Updated: 22 Dec, 2024 09:45 AM
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के भीतर हर दिशा और स्थान का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। हर दिशा का अपना महत्व होता है और यदि सही दिशा में वस्तुएं या व्यक्ति रखें जाएं
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के भीतर हर दिशा और स्थान का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। हर दिशा का अपना महत्व होता है और यदि सही दिशा में वस्तुएं या व्यक्ति रखें जाएं, तो यह जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकता है। इसी प्रकार, घर में होने वाले वास्तु दोषों को ठीक करने के लिए विभिन्न उपाय सुझाए जाते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण उपाय काजल का टीका है, जिसे घर के विशेष स्थानों पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
काजल का टीका लगाने का महत्व
काजल, जिसे अलका या काला भी कहा जाता है को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व दिया गया है। काजल का उपयोग आमतौर पर आंखों में किया जाता है ताकि नकारात्मक ऊर्जा से बचाव हो सके और आंखों की सुरक्षा बनी रहे। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार काजल का उपयोग घर में भी किया जा सकता है, खासकर किसी विशेष स्थान पर टीका लगाने के रूप में। जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वास्तु दोष दूर होते हैं। काजल का टीका घर में ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। इसे घर के उन स्थानों पर लगाया जाता है जहां नकारात्मक ऊर्जा का संचार अधिक होता है। इससे वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
Where should the kajal tilak be applied काजल का टीका कहां लगाना चाहिए ?
मुख्य द्वार
मुख्य द्वार घर के लिए प्रवेश का मार्ग होता है और यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करने का मुख्य स्थान होता है। यदि मुख्य द्वार में वास्तु दोष हो तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सकता है। ऐसे में मुख्य द्वार के पास काजल का टीका लगाना शुभ माना जाता है। काजल से उस स्थान को पवित्र और सकारात्मक बनाना घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
दीवारों के कोने
घर के दीवारों के कोने वास्तु दोष उत्पन्न करने का कारण बन सकते हैं। इन कोनों पर काजल का टीका लगाने से नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त किया जा सकता है। विशेष रूप से, घर के दक्षिण-पश्चिम कोने और उत्तर-पूर्व कोने में काजल का टीका लगाना फायदेमंद होता है।
खिड़कियां और दरवाजे
यदि घर में खिड़कियां और दरवाजे वास्तु शास्त्र के अनुसार सही स्थान पर नहीं हैं, तो यह भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है। इन स्थानों पर काजल का टीका लगाने से ऊर्जा का प्रवाह सही दिशा में होता है, जिससे घर में शांति और संतुलन बना रहता है।
सोने का स्थान
यदि आपके बेडरूम में वास्तु दोष है, तो काजल का टीका वहां भी लगाया जा सकता है। खासकर, बेड के सिरहाने पर काजल का टीका लगाना शुभ होता है। यह व्यक्ति की मानसिक शांति और स्वास्थ को भी प्रभावित करता है।
पूजा स्थान
घर के पूजा स्थान में काजल का टीका लगाना बहुत शुभ होता है। यह स्थान भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यहां काजल का टीका लगाने से धार्मिक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में समृद्धि आती है।
Benefits of applying Kajal काजल का टीका लगाने के फायदे
काजल का टीका लगाने से घर के वास्तु दोषों को दूर करने में मदद मिलती है। खासकर घर के उन स्थानों पर जहां नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, काजल का टीका लगाने से वह नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। काजल का टीका घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इससे घर में शांति, सुख और समृद्धि बनी रहती है। यह परिवार के सभी सदस्यों के मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है और एक सकारात्मक वातावरण बनाता है।काजल का टीका लगाने से आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह घर में भगवान की कृपा को आकर्षित करता है और मानसिक शांति को बढ़ाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता का प्रवेश होता है।