Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Feb, 2025 01:07 PM

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर कोने और दिशा का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। प्रत्येक दिशा में कुछ विशेष ऊर्जा होती है जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है।
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर कोने और दिशा का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। प्रत्येक दिशा में कुछ विशेष ऊर्जा होती है जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है। इन दिशाओं में से एक महत्वपूर्ण दिशा है ईशान कोण, जिसे हम आमतौर पर उत्तर-पूर्व दिशा के रूप में जानते हैं। यह दिशा न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है बल्कि मानसिक शांति, स्वास्थ्य, और समृद्धि के लिए भी अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है।
ईशान कोण दिशा क्या है ?
ईशान कोण या उत्तर-पूर्व दिशा, घर के सबसे महत्वपूर्ण कोणों में से एक है। इस दिशा का संबंध मुख्य रूप से मानसिक शांति, ज्ञान, और आध्यात्मिक उन्नति से है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस दिशा में पूजा करने और इसे सही तरीके से उपयोग करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

Importance of North-east direction ईशान कोण दिशा का महत्व
ईशान कोण में पूजा करने या इस दिशा का सही तरीके से उपयोग करने से मानसिक शांति मिलती है। यह दिशा घर के वातावरण को शुद्ध करती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित करती है।
आध्यात्मिक उन्नति
ईशान कोण का संबंध ब्रह्मा और शिव से है, जो कि उच्चतम ज्ञान और साधना के प्रतीक माने जाते हैं। इस दिशा में पूजा, ध्यान या साधना करने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है। घर के इस कोण में पूजा स्थल स्थापित करना व्यक्ति की आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है और उसे आत्मज्ञान की ओर मार्गदर्शन करता है।
स्वास्थ्य और समृद्धि
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण में पूजा और सही दिशा में बैठने से शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। जब इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, तो यह व्यक्ति के शरीर और मानसिक स्थिति दोनों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इस दिशा को सही तरीके से सजाने और उपयोग करने से घर में समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।

ईशान कोण दिशा में पूजा क्यों लाभकारी है?
ईशान कोण में पूजा करने से घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह दिशा मानसिक और शारीरिक ऊर्जा को संतुलित करती है और घर के हर सदस्य को ऊर्जावान बनाती है। विशेष रूप से सुबह के समय जब सूर्योदय होता है, इस दिशा में पूजा करना सबसे लाभकारी होता है। सूरज की किरणें इस दिशा में आकर घर में शांति और सौभाग्य लाती हैं।
ईशान कोण में पूजा करने से व्यक्ति का मानसिक और भावनात्मक संतुलन बेहतर होता है। यह दिशा शांति और ध्यान की दिशा मानी जाती है, जिससे व्यक्ति के मन में तनाव और चिंता कम होती है। पूजा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति अपनी समस्याओं का समाधान शांतिपूर्वक तरीके से करने में सक्षम होता है।
