Edited By Prachi Sharma,Updated: 19 Mar, 2025 10:05 AM

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो घर और स्थानों के भीतर ऊर्जा के प्रवाह को समझने और उसे सही दिशा में स्थापित करने के लिए सिद्धांत और नियम प्रदान करता है।
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो घर और स्थानों के भीतर ऊर्जा के प्रवाह को समझने और उसे सही दिशा में स्थापित करने के लिए सिद्धांत और नियम प्रदान करता है। खासतौर पर शादी के घर में वास्तु के नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है बल्कि विवाह संबंधी सभी कार्यों को शुभ और सफल बनाने में भी मदद करता है। शादी एक पवित्र और महत्वपूर्ण अवसर होता है और वास्तु दोष से यह कार्य रुकावटों और बाधाओं का सामना कर सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ चीजें और तत्व शादी के घर में नकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं, जो मांगलिक कार्यों में बाधाएं उत्पन्न कर सकती हैं। अगर इन चीजों का ध्यान नहीं रखा जाता, तो विवाह के समागम में समस्याएं आ सकती हैं।
Don't post such picture न लगाएं ऐसी तस्वीर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, युद्ध या रणभूमि के चित्र घर में रखे जाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो परिवार के बीच मतभेदों और तनाव को जन्म देता है। इससे घर में कलह और गृह क्लेश की स्थिति पैदा हो सकती है, जो रिश्तों में दूरी और अविश्वास का कारण बन सकती है। वास्तु शास्त्र में यह माना जाता है कि घर में शांति और सुख का वातावरण होना चाहिए। महाभारत या युद्ध से संबंधित चित्र घर में शांति का अनुभव नहीं होने देते और इसके बजाय तनाव और अशांति का कारण बनते हैं। यह चित्र घर में शांति की कमी और नकारात्मकता का प्रतीक बन सकते हैं।
अंधेरा
अंधेरे स्थानों को वास्तु शास्त्र में नकारात्मक ऊर्जा के संकेत के रूप में देखा जाता है। खासतौर पर शादी के घर में, जहां परिवार के लोग और मेहमान उत्सव और खुशी में शामिल होते हैं, वहां अंधेरे का होना वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है। अगर घर के कुछ हिस्से में अंधेरा हो, तो यह न केवल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, बल्कि यह विवाह के आयोजन में भी अवरोध उत्पन्न कर सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के अंदर अच्छा प्रकाश होना चाहिए, खासतौर पर शादी के कमरे और आयोजन स्थल पर।

Wrong placement of flowers and plants फूलों और पौधों का गलत स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, शादी के घर में हरे पौधे और ताजे फूल रखने चाहिए क्योंकि यह सकारात्मकता का प्रतीक होते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि कंटीले पौधे और सूखे फूल कभी भी शादी के कमरे या आयोजन स्थल पर न रखें। इनका स्थान नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। इसके अलावा, शादी के घर में हमेशा ऊंची और हरे-भरे पौधों को पूर्व या उत्तर दिशा में रखें, ताकि यह शुभता और समृद्धि ला सकें।
Dirt and Clutter गंदगी और अव्यवस्था
शादी के घर में सफाई और व्यवस्था का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। गंदगी और अव्यवस्था न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है। अगर शादी के घर में जगह-जगह गंदगी या अव्यवस्था फैली होती है, तो यह न केवल वास्तु दोष उत्पन्न कर सकती है, बल्कि यह विवाह के आयोजन में विघ्न डालने का कारण बन सकती है। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखना चाहिए, खासतौर पर उस स्थान को, जहां शादी की तैयारियां चल रही हों। गंदगी और अव्यवस्था न केवल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है बल्कि यह उन सकारात्मक घटनाओं में भी रुकावट डाल सकती है, जिनके लिए घर में इंतजार किया जा रहा हो। इसलिए, शादी के घर में सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

Mirror in the wrong direction गलत दिशा में दर्पण
वास्तु शास्त्र में दर्पण को अत्यधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को प्रभावित करता है। शादी के घर में दर्पण का स्थान बहुत सोच-समझकर तय किया जाना चाहिए। यदि दर्पण गलत दिशा में लगे होते हैं, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। खासकर शादी के कमरे में दर्पण का स्थान बेहद महत्वपूर्ण होता है। दर्पण का सामना सीधे बेड से नहीं होना चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा को चुराता है और रात के समय नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यही कारण है कि शादी के घर में दर्पणों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वास्तु के अनुसार, दर्पण को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए, ताकि यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कर सके।