Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Mar, 2025 10:32 AM

आजकल की व्यस्त जिंदगी में मानसिक शांति हासिल करना बहुत कठिन हो सकता है, खासकर तब जब घर में हर वक्त अशांति और तनाव महसूस हो। कई बार यह तनाव या अशांति समझ में नहीं आती और लगता है
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Vastu Tips: आजकल की व्यस्त जिंदगी में मानसिक शांति हासिल करना बहुत कठिन हो सकता है, खासकर तब जब घर में हर वक्त अशांति और तनाव महसूस हो। कई बार यह तनाव या अशांति समझ में नहीं आती और लगता है कि सब कुछ ठीक होते हुए भी मन को शांति नहीं मिलती। ऐसे में वास्तु शास्त्र में कुछ खास उपाय बताए गए हैं, जो न केवल आपके घर को संतुलित करते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का वातावरण हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। अगर आपके घर में वास्तु दोष हैं तो यह तनाव, अशांति और परेशानी का कारण बन सकता है। यहां हम कुछ सरल और प्रभावी वास्तु उपायों के बारे में चर्चा करेंगे, जो मानसिक शांति और घर में सुख-शांति लाने में मदद करेंगे।
घर के प्रवेश द्वार का ध्यान रखें
घर का मुख्य द्वार वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व रखता है। यह घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का मार्ग होता है। अगर मुख्य द्वार सही दिशा में नहीं है या वहां कोई रुकावट है, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करवा सकता है, जो मानसिक अशांति का कारण बन सकता है। मुख्य द्वार को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें। द्वार के पास कोई भारी वस्तु या रुकावट नहीं होनी चाहिए। द्वार के दोनों ओर कोई सुंदर पौधे लगाएं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। इसके अलावा, मुख्य द्वार को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखें, क्योंकि ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करती हैं।

सोने का स्थान सही दिशा में हो
आपके सोने की दिशा भी मानसिक शांति पर असर डालती है। अगर आप गलत दिशा में सोते हैं, तो यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है। वास्तु के अनुसार, सिर को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखकर सोना सबसे शुभ माना जाता है। इससे मानसिक शांति और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। उत्तर या पूर्व दिशा में सिर रखकर सोने से तनाव और चिंता हो सकती है।
आग्नेय कोण और रसोई की दिशा
घर की रसोई को भी वास्तु शास्त्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अगर रसोई का स्थान गलत दिशा में है तो यह घर में आर्थिक संकट और मानसिक अशांति का कारण बन सकता है। रसोई को घर के आग्नेय कोण में रखें। इस दिशा में रसोई रखने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है। साथ ही, रसोई में स्वच्छता बनाए रखें और ध्यान रखें कि रसोई गैस की चूल्हे की दिशा भी दक्षिण-पूर्व हो।

कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें
घर के हर कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का होना मानसिक शांति के लिए जरूरी है। अगर आपके कमरे में किसी प्रकार का नकारात्मक वातावरण है, तो यह आपकी मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। अपने कमरे को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखें। दीवारों पर हल्के रंगों का उपयोग करें, जैसे हल्का नीला, पीला या हरा, जो मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संकेत होते हैं। साथ ही, कमरे में ज्यादा भारी फर्नीचर या तंग स्थान न रखें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देता है।
घर में हरियाली का महत्व
वास्तु शास्त्र में हरियाली को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। पौधे न केवल वातावरण को ताजगी देते हैं, बल्कि यह मानसिक शांति और खुशहाली का कारण भी बनते हैं। घर में हरे पौधे लगाना मानसिक शांति को बढ़ावा देता है। विशेष रूप से तुलसी। इन पौधों को सही स्थान पर रखें, जैसे तुलसी को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में रखें। इन पौधों से वातावरण में शांति का संचार होता है और मानसिक तनाव कम होता है।
