Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 May, 2024 08:38 AM
ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से घर के बैडरूम में शुक्र और चन्द्रमा का प्रभाव होता है। इस स्थान में गड़बड़ी होने से घर में अशांति होती है। पति-पत्नी के बीच
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ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से घर के बैडरूम में शुक्र और चन्द्रमा का प्रभाव होता है। इस स्थान में गड़बड़ी होने से घर में अशांति होती है। पति-पत्नी के बीच अलगाव की नौबत आ जाती है, रिश्तों में दरार पड़ने लगती है।
बैडरूम के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा सर्वोत्तम मानी जाती है। इसके अलावा पश्चिम दिशा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन बैड रूम की दिशा उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व में न हो तो अच्छा होगा। इससे दाम्पत्य जीवन में मुश्किलें आने की आशंका बढ़ जाती है। पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े बढ़ सकते हैं। उत्तर-पश्चिम का बैड रूम भी अक्सर जीवन में धन का नुक्सान और तनाव लेकर आता है।
बैड रूम में पलंग पूर्व-पश्चिम या उत्तर-दक्षिण की ओर होना चाहिए। इंसान का सिर सोते समय हमेशा पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर रहना चाहिए। हालांकि, गैस्ट रूम के बैड का सिरहाना पश्चिम में हो सकता है। बैड रूम का पलंग लकड़ी का हो तो सर्वोत्तम होगा। लोहे या धातु का पलंग बहुत अच्छा नहीं होता। पलंग आयताकार या वर्गाकार होना चाहिए। गोल पलंग बिल्कुल न रखें। पलंग के नीचे जूते-चप्पल और सामान न रखें।
बैडरूम की दीवारों पर पिंक, क्रीम, हल्का हरा रंग सर्वोत्तम माना जाता है।