Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Mar, 2025 07:33 AM

Vastu Tips For Main Door To Bring Wealth And Prosperity To Your Home: उचित हो द्वार तो आएंगी खुशियां अपार, इसलिए कहा जाता है क्योंकि प्रवेश द्वार को भवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। भवन निर्माण के दौरान प्रवेश द्वार अगर नियमों के अनुसार...
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Vastu Tips For Main Door To Bring Wealth And Prosperity To Your Home: उचित हो द्वार तो आएंगी खुशियां अपार, इसलिए कहा जाता है क्योंकि प्रवेश द्वार को भवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। भवन निर्माण के दौरान प्रवेश द्वार अगर नियमों के अनुसार बनाया जाए तो वह घर के सभी सदस्यों के लिए खुशियों को आमंत्रित करने में सहायक होता है और अगर घर के मुख्य द्वार में दोष पाया जाए तो वह घर में मानसिक, आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का कारण भी बन जाता है इसलिए कहा जाता है कि जिस घर का दरवाजा दोष रहित हो उसी घर में सुख-समृद्धि और रिद्धि-सिद्धि का वास होता है।
Which direction is good for house मुख्य द्वार हो ऐसा
घर का मुख्य द्वार मकान के बीचों-बीच नहीं बनाना चाहिए। वास्तु के अनुसार जिन घरों में मुख्य द्वार बीच में होता है वहां आर्थिक परेशानी बनी रहती है। घर का प्रवेश द्वार एकदम कोने में ही बनाना चाहिए। मुख्य द्वार के सामने कभी सीढिय़ां नहीं होनी चाहिएं। मुख्य द्वार हमेशा अंदर की ओर खुलने वाला होना चाहिए। साथ ही इससे किसी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिएं।
हर भवन में दो प्रवेश द्वार होने चाहिएं। एक बड़ा प्रवेश द्वार वाहन के लिए और दूसरा छोटा निजी प्रयोग के लिए। मकान के भीतर तक जाने का मार्ग मुख्य द्वार से सीधा जुड़ा होना चाहिए। मुख्य द्वार के सामने कोई गड्ढा अथवा सीधा मार्ग न हो। खुला कुआं मुख्य द्वार के सामने नहीं होना चाहिए। नकारात्मक या अशोभनीय वस्तुएं, जैसे कचरा घर, जर्जर पड़ी इमारत मकान के सामने नहीं हो तो अच्छा है।

Vastu Tips For Main Door: अन्य उपाय
मुख्यद्वार पर घंटियों की झालर लगाएं, जिसे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होगा।
घर में तुलसी का पौधा लगाएं और संध्याकाल में उसके सामने घी का दीपक जलाएं, तो समस्त वास्तु दोषों का नाश होता है।
घर के आस-पास उगाई गई हरी दूब को गणेश जी की मूर्ति पर चढ़ाने से भी वास्तुदोष समाप्त होता है।
सुख-शांति के लिए घर के उत्तरी भाग में धातु से बने कछुए की प्रतिमा रखें, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कम होता है।
मुख्य द्वार पर क्रिस्टल बॉल लटकाएं और लाल रंग का फीता बांधें।
मुख्य द्वार के बाहर रंगोली बनाना भी शुभ होता है जो नकारात्मक ऊर्जाओं पर प्रतिबंध लगाती है।

इन बातों का रखें खास ख्याल दिशा मुख्य द्वार बनाने से पहले दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। गृह का मुख्य द्वार कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर के सदस्यों को बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके स्थान पर घर का प्रवेश द्वार हमेशा उत्तर-पूर्व की ओर या दक्षिण पूर्व की ओर होना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। घर के मुख्य द्वार के सामने कोई पेड़, दीवार या खंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि कोई भी छाया घर पर अशुभ प्रभाव डालती है।