Edited By Prachi Sharma,Updated: 29 Oct, 2024 06:00 AM
मेष राशि के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू होने वाली है इसलिए मेष राशि के जातक थोड़ा सा नर्वस और नेगेटिव हो रहे हैं। लेकिन बहुत सारी चीजें ऐसी भी हैं, जो पॉजिटिव भी हो रही है
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Venus Transit 2025: मेष राशि के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू होने वाली है इसलिए मेष राशि के जातक थोड़ा सा नर्वस और नेगेटिव हो रहे हैं। लेकिन बहुत सारी चीजें ऐसी भी हैं, जो पॉजिटिव भी हो रही है। शनि का प्रभाव अपनी जगह पर रहेगा लेकिन पॉजिटिव चीजों के बारे में भी बात करेंगे। आज शुक्र की चर्चा करेंगे। शुक्र 286 दिन के लिए मेष जातकों के लिए अच्छी स्थिति में आने जा रहे हैं। यह लगभग 9 महीने से ज्यादा का समय है। इस दौरान शुक्र मेष राशि के लिए शुभ हो जाएंगे। ज्योतिष में शुक्र विलासिता, एंटरटेनमेंट और सभी तरह के सुख-सुविधाओं के कारक हैं। कलयुग में शुक्र की सबसे बड़ी प्रधानता है। शुक्र की सबसे लंबी महादशा 20 साल की होती है। मेष राशि के लिए शुक्र इसलिए जरूरी है क्योंकि यह धन स्थान के स्वामी होते हैं। कुंडली में दूसरा भाव धन स्थान का होता है। शुक्र एक ऐसे ग्रह हैं जो कुंडली में किसी धन योग में आ जाएं तो उसे विपुल धन योग बना देते हैं। वैसे तो कुंडली में धन योग बनता है लेकिन उसके साथ-साथ आय स्थान, धन स्थान और जुपिटर की मौजूदगी होती है लेकिन यदि इन तीनों के साथ शुक्र मिल जाते हैं तो विपुल योग का निर्माण होता है।
जिस चीज के कारक शुक्र है यदि वो आपकी कुंडली में पॉजिटिव गोचर में चले जाते हैं, तो आपको निश्चित तौर पर बहुत फायदा होता है। मेष राशि के जातकों के लिए 28 दिसंबर से वो स्थिति शुरू होगी। 28 दिसंबर से शुक्र मेष राशि के जातकों के लिए शुभ हो जाएंगे और अगले साल 9 अक्टूबर तक शुभ रहेंगे। यहां पर शुक्र की पोजीशन मेष लग्न की पत्रिका है। 28 दिसंबर को शुक्र 11वें भाव में आ जाएंगे। 11वां भाव आय का भाव होता है और शुक्र पैसे के ही कारक है। 11वें भाव में शुक्र आ जाएंगे तो निश्चित तौर पर मेष राशि के जातक के लिए नए साल की शुरुआत बहुत अच्छी होगी। 11वां भाव इच्छाओं का ग्रह कारक होता है। यह इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। शुक्र यहां पर पंचम दृष्टि से पंचम भाव को देखेंगे। पंचम भाव इजी गेंस, संतान और बुद्धि-विवेक का भाव होते हैं। पंचम भाव से निश्छल प्रेम देखा जाता है। सिंगल लोगों के भाव में अगर पंचम यानी 11वां भाव है तो उनके जीवन में किसी न किसी की एंट्री हो सकती है। 2025 इन लोगों के लिए नई चीजें लेकर आएगा। जो लोग रिलेशन में हैं वो 28 दिसंबर से 28 जनवरी तक अपने साथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। संतान पक्ष से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। पूरे बुद्धि-विवेक के साथ काम होते हुए नजर आएंगे। 11वें भाव के शुक्र का गोचर आपके लिए अच्छा रहने वाला है।
28 जनवरी को जब शुक्र आपके 12वें भाव में आएंगे। 12वां भाव विदेश यात्रा का भाव है और शुक्र इकलौते ग्रह हैं जिनको न लग्न कुंडली में 12वें का दोष लगता है और न ही गोचर में 12वें का दोष लगता है क्योंकि यहां पर आकर शुक्र उच्च हो जाएंगे। यह आपके लिए बहुत अच्छे रहेंगे। शुक्र आपके लिए धन स्थान के स्वामी हैं, तो निश्चित पर धन में वृद्धि करने का काम यहां से करेंगे। 12वां भाव विदेश यात्रा का भाव होता है, तो आप इस अवधि में विदेश यात्रा भी कर सकते हैं। जब शुक्र यहां पर बैठेंगे तो छठे भाव को सीधी दृष्टि से देखेंगे। सीधी दृष्टि से यह रोग ,ऋण, शत्रु का भाव होता है। किसी को वापस दिया हुआ पैसा वापस नहीं मिल रहा था, तो इस अवधि में आपको पैसा वापस मिल सकता है। साथ ही कर्ज मुक्ति से भी निजात मिल सकती है। यह 28 जनवरी के बाद होगा। शुक्र 2 मार्च को मीन राशि में वक्री हो जाएंगे और 13 अप्रैल को मार्गी होंगे। यह इसी 12वें भाव में वक्री और मार्गी होंगे। यह दोबारा आपकी राशि के ऊपर से गोचर करना शुरू करेंगे। जब आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी तब शनि 29 मार्च को आपकी कुंडली में 12वें भाव में गोचर करेंगे। इसी बीच वहां पर शुक्र का भी गोचर होगा और 31 मार्च को शुक्र आगे निकल जाएंगे लेकिन शनि वहीं पर रहेंगे। चंद्रमा के ऊपर से शुक्र का गोचर एक लग्जरी का कारक है। शुक्र का चंद्रमा के ऊपर गोचर आपके लिए अच्छे परिणाम लेकर आएगा क्योंकि वह पैसे के भाव का स्वामी है, तो निश्चित तौर पर यहां धन वृद्धि करने का काम भी शुक्र करेंगे और सप्तम भाव से देखेंगे। जो लोग सिंगल है उनके लिए शादी का रास्ता खुलेगा। 31 मई के बाद अगले साल इधर साढ़ेसाती शुरू होगी तो उधर शुरू अपना अच्छा गोचर करेंगे और वो आपको अच्छा परिणाम देना शुरू करेंगे।
29 जून को शुक्र वृष राशि में आ जाएंगे। शुक्र का अपनी राशि में वापस आ जाने से आपको धन लाभ होने की संभावना है। शुक्र यहां से अष्टम भाव को देखेंगे। यह रिसर्च का जुड़ा हुआ भाव होता है। जो ससुराल पक्ष से लाभ मिलता है उसका भाव शुक्र होता है। शुक्र पत्नी का भाव भी है। यह दोबारा आपकी राशि के ऊपर से गोचर करना शुरू करेंगे। जब आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी, तब शनि 29 मार्च को आपकी कुंडली में 12वें भाव में गोचर करेंगे। इसी बीच वहां पर शुक्र का भी गोचर होगा और 31 मार्च को शुक्र आगे निकल जाएंगे लेकिन शनि वहीं पर रहेंगे। चंद्रमा के ऊपर से शुक्र का गोचर एक लग्जरी का कारक है। शुक्र का चंद्रमा के ऊपर गोचर आपके लिए अच्छे परिणाम लेकर आएगा क्योंकि वह पैसे के भाव का स्वामी है, तो निश्चित तौर पर यहां धन वृद्धि करने का काम भी शुक्र करेंगे और सप्तम भाव से देखेंगे। जो लोग सिंगल है उनके लिए शादी का रास्ता खुलेगा। मेल चार्ट के शुकेर फीमेल या वाइफ के कारक ग्रह है। सप्तम भाव के कारक ग्रह भी शुक्र है। शादी वाले भाव का कार्य ग्रह भी शुक्र ही है। 31 मई के बाद अगले साल इधर साढ़ेसाती शुरू होगी, तो उधर शुरू अपना अच्छा गोचर करेंगे और वो आपको अच्छा परिणाम देना शुरू करेंगे।
29 जून को शुक्र वृष राशि में आ जाएंगे। शुक्र का अपनी राशि में वापस आ जाने से आपको धन लाभ होने की संभावना है। शुक्र यहां से अष्टम भाव को देखेंगे। यह रिसर्च का जुड़ा हुआ भाव होता है। जो ससुराल पक्ष से लाभ मिलता है उसका भाव शुक्र होता है। शुक्र पत्नी का भाव भी है। पत्नी का कारक ग्रह कुटुंब भाव में धन के भाव में बैठकर अष्टम को एक्टिव करेगा। तो निश्चित तौर पर आपके लिए धन लाभ की स्थिति वहां पर बनेगी। इसके बाद 26 जुलाई को शुक्र आपके तीसरे भाव में आ जाएंगे। इस अवधि में आपको थोड़ा सा पराक्रम में वृद्धि करेंगे। यहां से शुक्र भाग्य स्थान को देखेंगे। भाग्य स्थान को एक्टिव करेंगे इसका मतलब यह है कि शनि की जो दृष्टि पड़ रही है आपके नाइंथ हाउस के ऊपर वहां पर शुक्र की दृष्टि भी पड़ेगी। भाग्य स्थान शुक्र के द्वारा एक्टिव होना वह बहुत अच्छा है। इस अवधि में निश्चित तौर पर आपको धन का लाभ हो सकता है, आप अध्यात्म की तरफ जा सकते हैं। आप धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। यह स्थिति पैदा होगी 26 जुलाई के बाद जब शुक्र आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। 20 अगस्त को शुक्र कर्क राशि में आ जाएंगे। कर्क राशि आपके चौथे भाव में आती है। कर्क राशि के ऊपर से जब शुक्र गोचर करेंगे सामने दशम भाव को देखेंगे। दशम भाव आपका कारोबार, नौकरी का भाव होता है। 14 सितंबर को शुक्र आगे निकलेंगे सिंह राशि में चले जाएंगे। सिंह राशि आपकी कुंडली में पंचम भाव में आती है।
संतान की शुरुआत शुक्र से ही होती है। जो पंचम भाव है वो संतान का भाव है वहां पर शुक्र अच्छी खबर दे सकते हैं। शुक्र यहां पर बैठेंगे तो 11थ भाव को देखेंगे, जो इच्छाओं का भाव होता है। 9 अक्टूबर तक शुक्र आपके लिए शुभ गोचर में ही रहेंगे। शुभ गोचर शुक्र का मेष राशि के जातकों के लिए जो हुआ है वो हो रहा है 28 दिसंबर को 9 अक्टूबर को ये खत्म हो जाएगा क्योंकि शुक्र इकलौते ग्रह हैं जो छठे भाव में सातवें भाव में और दसवें भाव में अच्छा फल नहीं करते।
इन उपायों से करें शुक्र मजबूत
यदि आपकी कुंडली में शुक्र की पोजीशन कमजोर है। शुक्र अस्त है शुक्र छठे भाव में पड़े हुए हैं। शुक्र राहु-केतु एक्सेस में है। शुक्र मंगल, शनि से पीड़ित है करें ये उपाय-
शुक्रवार के दिन गौ की सेवा कर सकते हैं। गौ की सेवा करना शुक्र का अच्छा उपाय है।
शुक्र का दान करें-
दूध, मिष्टी, चावल दान कर सकते हैं। यह चीजें भी आपने शुक्रवार के दिन ही दान करनी है सफेद वस्त्र का दान किया जा सकता है।