Edited By Sarita Thapa,Updated: 07 Feb, 2025 01:08 PM
Venus Transit 2025: जल्द ही शुक्र चलने वाले हैं नई चाल 124 दिन के लिए कर्क राशि को सताएंगे। सबसे लंबी महादशा जो है, वो शुक्र की 20 साल के लिए आती है। शुक्र लग्जरी, एंटरटेनमेंट के कारक है। शुक्र तमाम तरह के धन के कारक है।
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Venus Transit 2025: जल्द ही शुक्र चलने वाले हैं नई चाल 124 दिन के लिए कर्क राशि को सताएंगे। सबसे लंबी महादशा जो है, वो शुक्र की 20 साल के लिए आती है। शुक्र लग्जरी, एंटरटेनमेंट के कारक है। शुक्र तमाम तरह के धन के कारक है। विपुल धन शुक्र से आता है लेकिन जब यही शुक्र गोचर में पीड़ित हो जाए, तो यह बहुत अच्छा फल नहीं करते। वह उन मोर्चों पर खराब करते हैं जिन-जिन चीजों के शुक्र कारक है। शुक्र 28 जनवरी को मीन राशि में आ जाएंगे। यह मीन राशि जो है, वो शुक्र की उच्च राशि है। लेकिन शुक्र यहां पर आकर पीड़ित हो जाएंगे और पीड़ित भी कम समय के लिए नहीं आ बल्कि 124 दिन के लिए होंगे। यह बहुत लंबा समय होता है। नॉर्मली शुक्र का जो गोचर होता है वह एवरेज 27 दिन का होता है। लेकिन कई बार ग्रह मार्गी वक्री होता है। उदय अस्त होता है। सूर्य से दूर जाता है करीब आता है, तो कई बार ऐसे ग्रह भी गोचर करने में काफी लंबा समय लगा लेते हैं। शुक्र जब 28 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे और मीन राशि में आ जाएंगे।
शुक्र राहु केतु एक्सेस में है 12 में राहु का गोचर हो रहा है। छह राशि में यानी कि कन्या राशि में केतु का गोचर हो रहा है। मंगल वक्री होकर मिथुन राशि में आ चुके हैं ये बैकवर्ड मूवमेंट में है। मंगल और मिथुन राशि में है। शुक्र का केंद्रीय प्रभाव जो है, वह नेगेटिव हो गया है। गुरु इस समय दो राशि में गोचर कर रहे हैं, तो दृष्टि नहीं बन पाएगी। यहां पर शुक्र को सपोर्ट नहीं मिल पाएगा। यहां पर यह पीड़ित हो जाएंगे। राहु-केतु का गोचर 29 मई तक यहां पर रहेगा। यह राहु-केतु के बीच रहेंगे ही रहेंगे। लेकिन इसी बीच 2 मार्च को शुक्र जो है वक्री हो जाएंगे। इसी 19 मार्च के आसपास शुक्र जो है, वो अस्त भी हो जाएंगे और 25 मार्च को शुक्र उदय होंगे। शुक्र वक्री अवस्था में रहते हुए उदय होंगे और अस्त होंगे। इसके साथ ही 13 अप्रैल को शुक्र जो है, वह मार्गी हो जाएंगे। इसी बीच शुक्र के साथ-साथ जो गोचर है सूर्य का भी शुरू हो जाएगा। क्योंकि 15 मार्च से लेकर 13,14 अप्रैल के आसपास सूर्य मीन राशि में रहते हैं, तो सूर्य भी जवाइन करेंगे। जब शुक्र सूर्य, राहु और केतु के एक्सेस में रहेंगे तो यहां पर पीड़ित हो जाएंगे। 29 मार्च को शनि राशि बदलेंगे। शनि इस समय कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 मार्च को सूर्य भी आकर जॉइन कर जाएंगे। 13 अप्रैल को शनि फिर यहीं पर रहेंगे और यह पीड़ा जो शुक्र की है। वह 31 मई को जाकर खत्म होगी। जब शुक्र आगे निकल जाएंगे तो 124 दिन के लिए शुक्र पीड़ित अवस्था में रहेंगे। जब इतना अच्छा विलासिता और अपार धन का ग्रह मींस रोमांस का ग्रह वो पीड़ित अवस्था में चला जाएगा। तब निश्चित तौर पर कुछ राशियों को इसकी समस्या जरूर होगी।
शुक्र दो राशियों के कारक दो राशियों के स्वामी हैं। पहली है वृषभ राशि दूसरी है आपकी तुला राशि। इन दोनों राशियों के जातकों को परेशानी होगी। तीन ऐसी राशियां है, जिनके ऊपर इस समय शुक्र की महादशा चल रही है। पहली राशि है कर्क राशि कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र में और अश्लेषा नक्षत्र में जितने भी जातक पैदा हुए हैं, वो इस समय शुक्र की महादशा से गुजर रहे हैं। आपके ऊपर शुक्र की महादशा चल रही होगी। दूसरी राशि है जिसके ऊपर शुक्र की महादशा चल रही है, वो वृश्चिक राशि है। अनुराधा नक्षत्र शनि का है ज्येष्ठा नक्षत्र बुध का है। इन दोनों नक्षत्रों में पैदा होने वाले जातकों के ऊपर इस समय शुक्र की महादशा चल रही है, तो यह चौथी राशि है, जो प्रभाव में आ जाएगी। पांचवी राशि है मीन राशि। मीन राशि के ऊपर भी इस समय शुक्र की महादशा चल रही है। मीन राशि के उत्तर भाद्रपद और रेवती नक्षत्र इन नक्षत्रों में पैदा होने वाले सारे जातकों के ऊपर इस समय शुक्र चल रहे हैं। जितने जातक हैं 30 से 50 साल की उम्र के उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में उनके ऊपर नहीं हैं। जिनका जन्म नक्षत्र यह है उनके ऊपर इस समय महादशा है, वो शुक्र की ही चल रही है। मीन आपको अच्छे फल देंगे क्योंकि शुक्र ने अच्छे फल करने होते हैं, तो वह अच्छे फल नहीं कर पाएगा बल्कि नेगेटिव फलों का जो है, वह अंबार लग जाएगा। यहां पर तीन राशियों के लिए रूलिंग प्लेनेट जो है, वह पीड़ित हो रहा है और दो राशियां जो शुक्र की अपनी राशियां है। उनके लिए राशि स्वामी ही पीड़ित हो रहा है, कर्क राशि के ऊपर इस समय शुक्र की ही महादशा चल रही है। कर्क राशि के जितने भी जातक है 30 से 50 साल की उम्र के व शुक्र की महादशा से गुजर रहे हैं। उनके ऊपर शुक्र चल रहे हैं और कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र इस समय गोचर करेंगे।
आपके नाइंथ हाउस में शुक्र का गोचर अच्छा होता है क्योंकि यह भाग्य सान हो जाता है। कर्क राशि के जातकों के लिए यहां पर राहु का गोचर अच्छा नहीं होता। यहां पर शनि और सूर्य का गोचर अच्छा नहीं होता। इतने सारे ग्रह जब आपके भाग्य स्थान को प्रभावित करेंगे। जिसने आपको फल करने हैं वही पीड़ित हो जाएगा। उसके लिए शुक्र की जो वृषभ राशि है। जो आपके 11वें भाव में आती है। शुक्र की वृषभ राशि आपके 11वें भाव में है, 11वां भाव आपकी एलिवेशन, तरक्की का भाव है। प्रमोशन भी यहां से आती है। सारी चीजें जो एंजॉय करते हैं हम इच्छाओं का यह भाव होता है। शुक्र इच्छाओं के कारक ग्रह है, तो ये सारी चीजें 11वें भाव से आती है। आय में कहीं न कहीं आपको ब्रेक लगता हुआ नजर आए हो सकता है कि मनी फ्लो थोड़ा सा रुक जाए। 28 जनवरी के बाद ऐसा भी हो सकता है कि आपकी कोई प्रमोशन पेंडिंग है, तो वहां पर हो सकता है कि आपको थोड़ा सा डिले का सामना करना पड़ सकता है। 11वां भाव डिस्टर्ब होने के कारण रुक जाती है क्योंकि ये इच्छाओं का भाव होता है, तो यहां पर शुक्र अपने वो फल नहीं कर पाएंगे जो उन्होंने महादशा रूलिंग प्लांट होने के नाते आपको करते हैं।
यहां पर हालांकि शुक्र की डिलीवरी बहुत तेज होती है। 27 दिन में राशि बदलते हैं तो इमीडिएट रिजल्ट करते हैं। 11वें भाव के फल थोड़े से डिस्टर्ब कर सकते हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र की जो दूसरी राशि आती है, जो तुला राशि है वो फो में आ जाती है। यह आपका पीस ऑफ माइंड होता है। आपकी मदर का विचार फोर्थ हाउस से किया जाता है। मदर की हेल्थ को लेकर समस्या हो सकती है क्योंकि उस भाव का स्वामी पीड़ित हो गया। अपने भाव से छठे भाव में चला गया तुला राशि से यदि हम काउंट करेंगे तो मीन राशि छठे में आती है। यहां पर इस भाव के स्वामी का छठे में जाना अच्छा नहीं है। इस अवधि में यदि आप कोई प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो उस प्रॉपर्टी के अच्छी तरह से जांच कर लें। डील करते वक्त थोड़ा सा सब्र से काम करें। अगर किसी भी मामले में यदि आप एसेट क्रिएशन कर रहे हैं, तो वहां पर चीजें थोड़ी सी लटक सकती हैं। फोर्थ हाउस से संबंधित है मदर की हेल्थ को लेकर प्रॉपर्टी की क्रिएशन को लेकर एसेट क्रिएशन को लेकर यदि आप मेडिटेशन करते हैं, तो हो सकता है मेडिटेशन में भी आपका ध्यान थोड़ा सा न लगे। क्योंकि ये पीस ऑफ माइंड का भाव होता है. यह मन का भाव होता है। काल पुरुष की कुंडली में य चंद्रमा का भाव होता है। कर्क राशि के जातक वैसे भी बड़े इमोशनल होते हैं। ओवररिएक्ट कर जाते हैं तो थोड़ा सा आपको ओवररिएक्शन से बचना पड़ेगा। इस अवधि के दौरान आपके लिए शुक्र के पीड़ित होने के कारण लेकिन इस अवधि में सावधानी जरूर अपेक्षित है।
शुक्र उच्च के हो रहे हैं। शुक्र आपको यह फल देंगे वो चीज शायद गलत हो जाती। वह ऑनेस्टी नहीं होती। यहां पर पीड़ित हो रहे हैं इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत है। शुक्र की स्थिति कमजोर है, जैसे यहां पर अब हो रही है। शुक्र अस्त और वक्री हो रहे हैं। राहु केतु एक्सस में आ रहे हैं। सूर्य शनि के साथ आ रहे हैं। आप मैरिड है, तो आपके घर में ही आपकी वाइफ शुक्र है। अपनी वाइफ को सरप्राइज करते रहिए। कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर देते रहिए। शुक्र के अच्छे फल मिलेंगे। आप गौशाला जा सकते हैं या आपके घर में गाय हैं, तो शुक्रवार के दिन गाय की सेवा करिए। यह अच्छी रेमेडी होती है। शुक्र के निश्चित तौर पर अच्छे फल मिलेंगे। गौ माता को पेड़ा या आटे का गुड़ डाला जा सकता है। शुक्रवार सुबह के दिन यह रेमेडी करिए। आपको निश्चित तौर पर शुक्र के अच्छे फल देखने को मिलेंगे।
नरेश कुमार
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