Edited By Prachi Sharma,Updated: 02 Jan, 2025 01:08 PM
शुक्र का गोचर कुंभ राशि में 28 दिसंबर को हो गया है। ये यहां से 28 जनवरी तक कुंभ राशि में रहेंगे, शनि के साथ रहेंगे। शनि और शुक्र आपस में मित्र भाव रखते हैं।
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Venus Transit in Aquarius 2024: शुक्र का गोचर कुंभ राशि में 28 दिसंबर को हो गया है। ये यहां से 28 जनवरी तक कुंभ राशि में रहेंगे, शनि के साथ रहेंगे। शनि और शुक्र आपस में मित्र भाव रखते हैं। शुक्र इकलौते ग्रह है जिनका गोचर नौ राशियों के लिए फायदेमंद होता है। शुक्र विलासिता, लग्जरी, एंटरटेनमेंट, धन के कारक है। वीनस जब कुंडली में शुभ गोचर में होते हैं तो निश्चित तौर पर अच्छा रिजल्ट करते हैं और नौ राशियों के लिए शुक्र का गोचर अच्छा होता है। जब भी कोई गोचर होता है तो सामान्य तौर पर जिस दिन गोचर हुआ है और उसी दिन उसका फल मिलना शुरू हो जाए ऐसा नहीं होता। शनि और चंद्रमा लास्ट फेस में जाकर अच्छा फल करते हैं।
इन राशियों को होगा फायदा
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का यहां पर 11वें भाव में हो रहा है। 11वां भाव आपके आय का भाव होता है, यहां से आपको लाभ मिलता है। इसे लाभ स्थान कहा जाता है, लाइफ में तरक्की या प्रमोशन यहीं से मिलता है। धन के लिहाज से फायदा हो सकता है। यहां पर जब शुक्र बैठेंगे तो सीधी दृष्टि देंगे फिफ्थ हाउस को। फिफ्थ हाउस आपका इजी गेंस का भाव होता है। शुक्र मेष राशि के लिए धन भाव के स्वामी भी होते हैं। धन भाव के स्वामी का आय भाव में आकर बैठ जाना वैसे भी पैसे के लिहाज से अच्छा है। जिनके घर में संतान आने वाली है उनके लिए भी चीजें अच्छी रहेंगी क्योंकि पंचम भाव पर शुक्र की दृष्टि आ जाएगी। इससे पहले पंचम के ऊपर सिर्फ शनि की दृष्टि पड़ रही थी तो उस लिहाज से भी चीजें काफी ठीक हो जाएंगी। जिनकी लाइफ में कोई नहीं है, उनकी लाइफ में कोई आ सकता है क्योंकि शुक्र रोमांस के कारक ग्रह हैं। जब 11वें भाव में बैठे हैं फिफ्थ हाउस को देख रहे हैं यह निश्चल प्रेम का भाव होता है, यह बुद्धि विवेक का भाव होता है। जो लोग सिंगल हैं अब तक उनकी लाइफ में कोई आ सकता है। मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर काफी फायदेमंद रह सकता है।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर जो होगा वो नाइंथ हाउस से होगा। नाइंथ हाउस शुक्र का गोचर है चूंकि नाइंथ हाउस भाग्य स्थान होता है। भाग्य स्थान में शनि के साथ शुक्र का गोचर निश्चित तौर पर आपको बहुत लाभ देगा। मिथुन राशि के लिए शुक्र पंचम भाव के स्वामी बनते हैं। पंचम के स्वामी का नाइंथ हाउस में जाना एक तरीके से अच्छा है। अपनी राशि से वो पंचम भाव में चले जाएंगे तो एक तरीके से ये अच्छा हो जाएगा और पंचम भाव निश्छल प्रेम का भाव है। संतान पक्ष से अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है, जिनके संतान नहीं है उनको अच्छी खबर आ सकती है। जो मिथुन राशि के जातक हैं उनको पंचम भाव से संबंधित अच्छे फल देखने को मिल सकते हैं। विदेश यात्रा का योग बनता है क्योंकि शुक्र यहां पर 12वें भाव के स्वामी होकर भाग्य स्थान में बैठ गए हैं। यह भी यात्रा का भाव होता है, कई लोगों की धार्मिक यात्रा भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान भाइयों से सहयोग मिलता हुआ नजर आएगा क्योंकि शुक्र जब आपके नाइंथ हाउस में बैठते हैं तो सीधी दृष्टि आपके पराक्रम भाव को देते हैं। तीसरा भाव आपके छोटे भाई का भाव होता है। वहां पर चीजें थोड़ी सी तालमेल आपका बेटर होता हुआ नजर आ सकता है।
कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर अच्छा होने जा रहा है और कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र अष्टम भाव में गोचर करेंगे। कर्क से अष्टम का गोचर अच्छा है क्योंकि शुक्र एकलौते ग्रह हैं जो छठे, आठवें और 12वें में भी अच्छा फल करते हैं। तो यहां पर कर्क राशि के जातक हैं उनके लिए शुक्र आय स्थान के स्वामी बनते हैं।11वें भाव में शुक्र की वृषभ राशि आती है। आपके चौथे भाव में शुक्र की तुला राशि आती है। तुला राशि के स्वामी अपने से फिफ्थ हाउस में चले गए हैं। इस अवधि में कोई व्यक्ति यदि मकान खरीदना चाहता है या कार खरीदना चाहता है तो निश्चित तौर पर एक नई एसेट बनने का योग भी यहां पर बनता है। आय में वृद्धि का योग है, प्रमोशन हो सकती है, परिवार में भी वृद्धि का योग बनता है। कर्क राशि के जातकों के लिए भी शुक्र का यह गोचर काफी शुभ होने जा रहा है। इससे आपको निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा।
तुला राशि: तुला राशि यह शुक्र की अपनी ही राशि है और शुक्र का अपनी ही राशि से गोचर करना निश्चित तौर पर काफी अच्छा है। आपके पंचम भाव में कुंभ राशि आ जाएगी। कुंभ राशि शनि की राशि है, शनि के लिए शुक्र राशि का स्वामी पंचम भाव जो कुंडली का दूसरा सबसे शुभ भाव होता है यहां से गोचर करना और 11वें भाव को दृष्टि देना यह आपके आय के लिहाज से अच्छा है। यहां पर शनि पहले से विराजमान है, इसकी दृष्टि वहां पर भी जा रही है। शुक्र यहां पर रहेंगे तो आपको बार-बार अच्छा समय बिताने का मौका मिल सकता है। तुला राशि के जातकों के लिए क्योंकि शुक्र यहां पर पंचम में है, पंचम निश्छल प्रेम का भी भाव होता है।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर 11वें भाव फोर्थ हाउस में गोचर होगा। शुक्र यहां पर आकर इसको एक्टिव कर रहे हैं इस भाव को जब शुक्र यहां पर बैठ रहे हैं तो निश्चित तौर पर आपकी कुंडली में बिल्कुल सामने 10थ हाउस को देख रहे हैं। यह कर्म का भाव होता है तो कर्म वाले भाव के ऊपर शुक्र और शनि पर भी है। ये आपके कारोबार में वृद्धि भी करेगी और कार्यस्थल पर आपका प्रभाव भी बढ़ाएगी। शुक्र आपकी कुंडली में जितने भी वृश्चिक राशि के जातक है, उनके लिए सप्तम के स्वामी बनते हैं। पार्टनर और बिजनेस पार्टनर से भी लाभ मिल सकता है और लाइफ पार्टनर से भी लाभ मिल सकता है। विदेश यात्रा का भी योग यहां पर बनता है क्योंकि शुक्र आपकी कुंडली में 12थ हाउस के भी लोड है। भाव के स्वामी का शुभ गोचर में चले जाना सेवंथ का एक्टिव होना निश्चित तौर पर आपको अच्छे रिजल्ट देकर जाएगा।
धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर तीसरे भाव में होगा। तीसरे भाव में बैठकर शुक्र आपकी कुंडली में भाग्य स्थान को एक्टिव करेंगे। भाग्य आपका साथ देता हुआ नजर आएगा। धनु राशि के जातकों के लिए भी शुक्र आय स्थान के स्वामी बन जाते हैं क्योंकि यहां पर तुला राशि आ जाती है। आपके लिए आय के लिहाज से प्रमोशन के लिहाज से समय शुभ है। शुक्र की एक राशि हालांकि छठे भाव में आती है। छठा भाव रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है इसका शुभ गोचर में चले जाना आपको फायदा देगा। यदि आपके ऊपर कोई कोर्ट केस है वहां पर राहत मिलती हुई नजर आएगी। यदि कोई कर्ज वाली स्थिति है तो वहां पर कर्ज थोड़ा सा हल्का होता हुआ नजर आएगा। धनु राशि के जातकों के लिए इस चीज का यह काफी लाभ हो जाएगा।
मकर राशि: मकर राशि शनि की राशि है, शुक्र शनि के मित्र हैं और ये दोनों ही मित्र आपके धन स्थान में आकर बैठ गए हैं। जो लोग रिसर्च से जुड़ा हुआ काम करते हैं उनको इसका बहुत लाभ होगा। किसी भी तरह की रिसर्च आप कर रहे हैं तो वहां पर ऐसे स्टूडेंट्स के लिए यह समय काफी अच्छा हो सकता है क्योंकि यहां पर शुक्र की दृष्टि पड़ रही है। ये धन भाव में बैठे हुए हैं अष्टम भाव को देख रहे हैं तो निश्चित तौर पर यह अच्छी स्थिति है। मकर राशि होती है उसके लिए शुक्र वह योगा कारक भी हो जाते हैं क्योंकि शुक्र की एक राशि आपकी कुंडली में 10वें भाव में आ जाती है। यहां पर आपको दशम के भी फल मिलेंगे, कारोबार में वृद्धि हो सकती है। नौकरी जहां पर भी करते हैं आपका वहां पर प्रभाव बढ़ सकता है। वृषभ राशि पंचम भाव में है मकर राशि के जातकों के लिए तो पंचम आपका एक्टिवेट हो गया। संतान पक्ष से अच्छी खबर आ सकती है। यदि आप सिंगल है आपकी लाइफ में कोई नहीं है तो लाइफ में कोई आ सकता है। यदि आपकी संतान नहीं है तो ऐसी खबर आ सकती है आपको संतान वाले मामले में खुशखबरी मिले।
कुंभ राशि: क्योंकि कुंभ राशि में ही यह गोचर हो रहा है और कुंभ राशि के जातकों को इसका निश्चित तौर पर फायदा होगा। ये शनि की अपनी राशि है शनि यहां पर खुद बैठे हैं। कुंभ राशि के जातकों के लिए भी शुक्र योगा कारक होते हैं। यहां पर तुला राशि भाग्य स्थान में आ जाती है, भाग्य स्थान के स्वामी का लगन में जाकर लगन के स्वामी के साथ बैठ जाना भाग्य को एक्टिव कर रहा है। कुंभ राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छा होने वाला है, एक महीना आप निश्चित तौर पर काफी एनर्जी में अपने आपको को पाएंगे। यहां पर शुक्र आपके लिए फोर्थ हाउस के भी लोड बनते हैं। जिनका मकान प्रॉपर्टी कुछ एसेट खरीदने की योजना है उनके लिए भी चीजें काफी पॉजिटिव नजर आ रही है। लाइफ पार्टनर से भी लाभ हो सकता है। यदि लाइफ पार्टनर को कोई दिक्कत है तो वहां पर आपको देखेंगे कि चीजें ठीक होती हुई नजर आएंगी। बिजनेस पार्टनर से भी आपको लाभ मिल सकता है।
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए यह गोचर हो रहा है 12वें भाव में। शुक्र इकलौते प्लेनेट है जिनको 12वें का दोष नहीं लगता क्योंकि काल पुरुष की पत्रिका में शुक्र 12वें भाव में उच्च के हो जाते हैं। तो यहां पर काल पुरुष की पत्रिका में 12वें भाव में शुक्र की मीन राशि आ जाती है। शुक्र गुरु की राशि है यह आपस में मित्र भाव नहीं रखते। शुक्र यहां पर तीसरे के स्वामी हो जाते हैं और अष्टम के स्वामी हो जाते हैं। कर्ज और रोग से मुक्ति मिलने की संभावना है। यहां पर यदि कोई लिटिगेशन है तो वहां पर आपको राहत मिलती हुई नजर आएगी। छोटे भाई से आपको सहयोग मिलता हुआ नजर आएगा। विदेश यात्रा आपकी फलीभूत होगी। यदि आप विदेश यात्रा का प्लान कर रहे हैं इन दिनों में आपको उसके अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। जिनका काम रिसर्च से जुड़ा हुआ है उनके लिए समय काफी अच्छा है।