Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Nov, 2023 08:06 AM
कार्तिक महीने में सनातन धर्म के कई प्रमुख व्रत-त्योहार आते हैं। इसी माह में आज 16 नवंबर को शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिसे विनायक चतुर्थी के रुप में मनाया
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Vinayaka Chaturthi 2023: कार्तिक महीने में सनातन धर्म के कई प्रमुख व्रत-त्योहार आते हैं। इसी माह में आज 16 नवंबर को शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिसे विनायक चतुर्थी के रुप में मनाया जाएगा। वैसे तो इस रोज व्रत रखने का विधान है, जो साधक व्रत रखने में समर्थ नहीं होते वह गणेश जी की विधि-विधान से पूजा करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश जी की पूजा का प्रमुख त्योहार विनायक चतुर्थी है। किसी भी अधूरे काम को पूरा करना हो अथवा मनचाही इच्छाओं की पूर्ति करवानी हो गणेश जी के निमित्त किए गए उपाय, टोटके, मंत्र और आरती सबसे कारगार साबित होते हैं। विनायक चतुर्थी के दिन श्रद्धा भाव से बप्पा की आरती करने से हर काम बिना किसी बाधा के पूरा होता है।
Chant these mantras before starting Aarti आरती शुरू करने से पहले बोलें ये मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ।।
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अर्थ - हे गणेश जी ! आप महाकाय हैं। आपकी सूंड वक्र है। आपके शरीर से करोड़ों सूर्यो का तेज निकलता है। आपसे प्रार्थना है कि आप मेरे सारे कार्य निर्विध्न पूरे करें।
Ganesh ji aarti गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥