Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 May, 2024 07:04 AM
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। वैशाख माह की विनायक चतुर्थी आज 11 मई
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Vinayak Chaturthi Puja Vidhi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। वैशाख माह की विनायक चतुर्थी आज 11 मई को मनाई जाएगी। इस दिन महादेव के पुत्र गणपति जी की पूरे विधि-विधान से पूजा और व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन गणेश जी की सच्चे मन से पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। तो आइए जानते हैं, गणेश जी को खुश करने के लिए विनायक चतुर्थी पर किस तरह बप्पा की पूजा करें।
Vinayaka chaturthi puja method विनायक चतुर्थी पूजा विधि
विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और गणेश जी का ध्यान करें।
अब घर के मंदिर की साफ-सफाई करके एक चौकी पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर दें और व्रत का संकल्प लें।
फिर गणेश जी को कुमकुम, वस्त्र, पीले फूल, अक्षत, धूप, दीप, पान का पत्ता और सुपारी आदि चढ़ाएं।
अब गणेश जी को सिंदूर का तिलक लगाकर मोदक का भोग लगाएं।
गणेश जी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और उनके मंत्रों का जाप करें।
फिर गणेश जी की आरती करें और गणेश चालीसा का पाठ पढ़े।
अंत में गणेश जी को लगाया हुआ मोदक का प्रसाद सभी में बांट दें।
Gayatri Mantra of Ganesh Ji गणेश जी के गायत्री मंत्र
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
Vinayaka chaturthi significance विनायक चतुर्थी महत्व
माना जाता है कि विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में आने वाली हर समस्या से छुटकारा मिलता है। किसी भी कार्य को सिद्ध कराने के लिए इस व्रत का खास महत्व माना जाता है।