Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Nov, 2024 07:23 AM
सनातन धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले गणपति जी की पूजा की जाती है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है।
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Vinayaka Chaturthi 2024: सनातन धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले गणपति जी की पूजा की जाती है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। नवंबर माह की पहली विनायक चतुर्थी व्रत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 5 नवंबर के दिन रखी जाएगी। माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से आय, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही दुखों से मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Vinayaka Chaturthi Vrat 2024 Date and Shubh Muhurat विनायक चतुर्थी व्रत 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 4 नवंबर को रात को 11 बजकर 24 मिनट पर हो रही है और इसका समापन 5 नवंबर को रात 12 बजकर 16 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर विनायक चतुर्थी का व्रत 5 नवंबर दिन मंगलवार को रखा जाएगा।
विनायक चतुर्थी पूजा शुभ मुहूर्त- विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ समय दिन में 10 बजकर 59 मिनट से दोपहर 1 बजकर 10 मिनट तक है।
Vinayaka Chaturthi Puja Vidhi विनायक चतुर्थी की पूजा विधि
विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
इसके बाद पूजा घर की साफ-सफाई करने के बाद गंगा जल का छिड़काव करें।
अब एक पीली चौकी में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें और सिंदूर का तिलक लगाएं।
फिर बप्पा को पीले फूल, दूर्वा घास, अक्षत, चंदन, धूप आदि अर्पित करें।
बप्पा के समक्ष घी का दीपक जलाएं और मोदक का भोग लगाएं।
इसके बाद गणेश जी के नामों और मंत्रों का जाप करें।
अंत में गणेश जी की आरती करें और प्रसाद सभी में बांट दें।