Edited By Prachi Sharma,Updated: 16 Dec, 2023 07:08 AM
पंचांग के अनुसार मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन प्रभु श्री राम और माता जानकी का विवाह हुआ था। सनातन धर्म में इस दिन को बहुत
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Vivah Panchami: पंचांग के अनुसार मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन प्रभु श्री राम और माता जानकी का विवाह हुआ था। सनातन धर्म में इस दिन को बहुत ही खास माना जाता है। इस खास दिन को विवाह पंचमी के नाम से जाना जाता है। विवाह पंचमी के दिन जनकपुर समेत पूरे देश में इस पर्व को बहुत धूमधाम से मनाते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन श्री राम और जनक दुलारी का विवाह कराना बेहद ही शुभ माना जाता है। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं किस दिन मनाया जाएगा विवाह पंचमी का पर्व।
Vivah Panchami Date विवाह पंचमी तिथि
पंचांग के मुताबिक विवाह पंचमी का पर्व इस वर्ष 17 दिसंबर को मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा से शादीशुदा जीवन में मधुरता बनी रहती है और जो मनचाहा वर प्राप्त करना चाहती हैं, उनके लिए भी ये दिन बहुत खास है।
worship like this इस तरह करें पूजा
विवाह पंचमी के दिन सबसे पहले सुबह उठकर भगवान श्री राम और माता जानकी के विवाह का संकल्प लेना चाहिए। उसके बाद उनकी प्रतिमा स्थापित कर के पूजा करनी चाहिए। इस दौरान दोनों को पीले वस्त्र चढ़ाएं।
Chant this mantra on the day of Vivah Panchami विवाह पंचमी के दिन करें इस मंत्र का जाप
श्री राम के सामने रामायण के बालकाण्ड में विवाह प्रसंग का पाठ करें। अगर पाठ नहीं कर सकते तो इस मंत्र का कम से काम 108 बार जाप करें।
Mantra मंत्र: ॐ जानकी वल्लभाय नमः
इसके बाद दोनों का गठबंधन कर के आरती के साथ पूजा का समापन करें। ऐसा करने से भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं।