Edited By Jyoti,Updated: 05 Dec, 2020 08:01 PM
महाभारत युद्ध के बारे में कौन नहीं जानता, जी हां, जिस त्रेता युग में रामायण तो द्वापर युग में महाभारत और श्री कृष्ण का काल। द्वापर युग में हुए महाभारत युद्ध के दौरान ऐसे बहुत से पात्र हुए जिन्होंने इतिहास के पन्नों पर भी अपनी छाप छोड़ी तो वहीं सनातन...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
महाभारत युद्ध के बारे में कौन नहीं जानता, जी हां, जिस त्रेता युग में रामायण तो द्वापर युग में महाभारत और श्री कृष्ण का काल। द्वापर युग में हुए महाभारत युद्ध के दौरान ऐसे बहुत से पात्र हुए जिन्होंने इतिहास के पन्नों पर भी अपनी छाप छोड़ी तो वहीं सनातन धर्म के ग्रंथ महाभारत में इस युद्ध में शामिल होने वाले हर चरित्र का वर्णन मिलता है। जिसके बारे में आज हम आप से बात करने वाले हैं वो है दानवीर कहलाने वाले कर्ण की। जो धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार पुत्र तो कुंती के थे, मगर उनका भरण पोषण असल में अधिरथ और राधा ने किया था। शास्त्रों में इससे जुड़े वर्णन के अनुसार कुंती ने अपने बालक यानि कर्ण को गंगा में बहा दिया था, जिसके बाद वह उस किनारे पर जा पहुंचा था जहां अधिरथ अपने अश्व को जल पिला रहा था। जब उनकी दृष्टि इन बालकर पर पड़ी तो वह तुंरत उसे उठाकर अपने घर ले लाए और अपनी पत्नी को दे दिया। राधा ने इनका पालव पोषण अपने पुत्र के समान किया। चूंकि इस बालक के कान बहुत ही सुंदर थे, इसलिए इसका नाम कर्ण रख दिया गया। सूत दंपत्ति द्वारा इनका पालन पोषण करने के कारण कर्ण को सूत पुत्र कहा जाने लगा।
तो आज हम आपको बताने वाले हैं कि कर्ण की पत्नियों के बारे में-
कथाओं के अनुसार व्रूशाली और सुप्रिया कर्ण की दो पत्नियां थीं। मान्यताओं के अनुसार दिखने में दोनों ही बहुत सुंदर थी। 'अंग' देश के राजा कर्ण की पहली पत्नी का नाम वृषाली था। जिससे कर्ण को वृषसेन, सुषेण तथा वृषकेत नामक तीन पुत्र प्राप्त हुए। ऐसी कथाएं प्रचलित हैं कि वृषाली दुर्योधन के रथ के सारथी सत्यसेन की बहन थी। कर्ण की मृत्यु के बाद वृषाली ने अपने पति की चिता पर ही समाधी ले ली थी।
क्योंकि वह बहुत चरित्रवान तथा पतिव्रता स्त्री थी। व्रूशाली के संदर्भ में मान्यता है कि उसने द्रौपदी को महल छोड़कर अपने पिता या भाई के पास जाने की सलाह भी दी थी। लेकिन द्रौपदी ने उसकी सलाह नहीं मानी। जिसके कुछ दिन बाद ही द्रौपदी का भरा सभा में कौरवों द्वारा चीरहरण किया गया था।
कर्ण की दूसरी पत्नी की बात करें तो सुप्रिया दुर्योधन की पत्नी भानुमती की अच्छी सहेली थी। कर्ण को अपनी दूसरी पत्नी सुप्रिया से चित्रसेन, सुशर्मा, प्रसेन, भानुसेन नामक 3 पुत्र प्राप्त हुए थे। मान्यताओं के अनुसार सुप्रिया को ही पद्मावती और पुन्नुरुवी के नाम से भी जाना जाना था।