Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Feb, 2024 08:22 AM
यदि अब तक आपने विश्व पुस्तक मेले में अपनी पसंद की किताबें नहीं खोजी हैं तो यथाशीघ्र कर लीजिए। पुस्तक मेले में अब दो दिन शेष बचे हैं। इसी के चलते मेले में शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों का भारी हुजूम देखने
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): यदि अब तक आपने विश्व पुस्तक मेले में अपनी पसंद की किताबें नहीं खोजी हैं तो यथाशीघ्र कर लीजिए। पुस्तक मेले में अब दो दिन शेष बचे हैं। इसी के चलते मेले में शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों का भारी हुजूम देखने को मिला। मेले में कहने वालों से ज्यादा सुनने वाली भीड़ खूब देखने को मिली। पुस्तक प्रेमियों ने अपने मनपसंद लेखक और साहित्यकार की पुस्तक चर्चा को सुनने के साथ उनसे ऑटोग्राफ और सेल्फी आदि ली।
विश्व पुस्तक मेले में प्रभात प्रकाशन के स्टॉल पर शुक्रवार को हेमंत शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “राम फिर लौटे” पर परिचर्चा रखी गई। इस अवसर पर उतर-पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, और हर्षवर्धन त्रिपाठी सहित प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार और पियूष कुमार उपस्थित थे। पुस्तक के बारे में बात करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा ये पुस्तक काल खंड का हिस्सा है। इसमें भगवान राम को करीब से जानने का अवसर मिलता है। इसमें हेमंत ने बताया राम हैं क्या। हेमंत शर्मा पुस्तक को लेकर कहते हैं, यह पुस्तक लिखी नहीं लिखवाई गई है। कभी-कभी लगता है यह मैंने नहीं लिखा है। दोस्त कहते हैं यह कोई दूसरे हेमंत शर्मा है जिसने लिखी है।
सासंद मनोज तिवारी ने कहा भगवान राम हमारे चरित्र में लौटें, राम हमारे व्यवहार में लौटें, राम हमारे के सोच में लौटें, यही हमारी कामना है। उन्होंने कहा कि धर्म को देखने का एक चश्मा होता है, नजरिया होता है। तो यह पुस्तक हर विद्यार्थी जो धर्म के रास्ते पर चलने के लिए राम को जानना चाहता है, उसके लिए काफी उपयोगी होगी।