Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Apr, 2022 08:21 AM
ध्वजा या पताका प्रतीक होती है, जीत का। जहां लगा दी जाए वह स्थान उपलब्धि का चिन्ह बन जाता है। पुराने समय में जब भी योद्धा युद्ध पर जाते थे तो अपनी जीत का परचम फहराना उनका
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Importance of yellow color flag in astrology: ध्वजा या पताका प्रतीक होती है, जीत का। जहां लगा दी जाए वह स्थान उपलब्धि का चिन्ह बन जाता है। पुराने समय में जब भी योद्धा युद्ध पर जाते थे तो अपनी जीत का परचम फहराना उनका एकमात्र उद्देश्य होता था। ज्योतिष शास्त्र में ध्वजा केतु का प्रतीक है। अगर आपके जीवन में रुकावटें आ रही हैं और बनते काम बिगड़ जाते हैं तो केतु का उपाय करना बेहद जरूरी हो जाता है। बृहस्पति एक और जहां पर ज्ञान का प्रतीक है, वही केतु के साथ युति होने पर जीवन में चल रही बाधाओं में मुक्ति मिलती है। बृहस्पति के साथ युति होने पर केतु अपना दुष्प्रभाव कम कर देता है और बिगड़े काम बनने लगते हैं। जिस प्रकार किसी साधु महात्मा की शरण में उद्दंड बालक भी सही से आचरण करते हैं, ठीक उसी प्रकार यह यूति काम करती है।
Ketu astrological significance: जिनके भी जीवन में केतु महाराज परेशानी दे रहे हैं उन सबको ध्वजा या पताका किसी धर्म स्थान पर लगाने से जीवन में सफलताएं मिलती हैं। अगर ध्वजा पीले रंग की हो तो यह और भी शुभ हो जाती है। बृहस्पति के प्रभाव से लहराता हुआ झंडा आपकी हर प्रकार से विजय व सक्सेस का कारक बन जाता है। जानते हैं किन-किन स्थानों पर इसे लगाने से क्या-क्या लाभ होते हैं।
एक पीले रंग का झंडा बृहस्पतिवार वाले दिन किसी भी मंदिर की छत पर लगाने से कामकाज में चल रही समस्याएं दूर हो जाती हैं, धन का बहाव निरंतर हो जाता है।
यदि आप किसी गुरु या ईष्ट को मानते हैं तो उनके स्थान पर पीले रंग का झंडा लगाने से इच्छापूर्ति में आ रही बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है। आप जो भी कामना करते हैं, वे शीघ्र पूर्ण होती है और कई प्रकार के विवादों से मुक्ति मिलती है।
झंडा या पताका किसी भी सरकारी इमारत पर लगाने से विदेश यात्रा संबंधी रुकावटें भी दूर होती हैं। बृहस्पतिवार को पीला झंडा किसी सरकारी इमारत पर फहरा आए। विदेश यात्रा जल्दी संपन्न होगी।
पीला झंडा लगाने से घर पर धार्मिक और शुभ आयोजन होते रहते हैं।
नीलम
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