Edited By ,Updated: 10 Oct, 2016 08:59 AM

छोटी काशी भिवानी में छोटे बड़े चार सौ से अधिक मन्दिर स्थित है। जहां पर नवरात्रों के समय में श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा देखने को मिलती
छोटी काशी भिवानी में छोटे बड़े चार सौ से अधिक मन्दिर स्थित है। जहां पर नवरात्रों के समय में श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा देखने को मिलती है। भक्तजन अपने-अपने तरीके से माता के मन्दिर में हाजिरी भरते हैं। देवसर धाम भी एक ऐसा धाम है जहां भारतवर्ष से भक्तगण अपनी मन्नतें मांगने देवसर धाम में आते हैं और यहां आकर भक्तों की सारी मन्नतें पूरी होती हैं। मन्नतें पूरी होने के बाद कई श्रद्वालु पेट के बल तो कोई लुढ़क- लुढ़क कर मां के दर्शन कर अपनी मन्नंत पूरी करता है। इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां उनकी हर मुराद पूरी होती है।
भिवानी से आठ किलोमीटर दूर स्थित है देवसर धाम। यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर में नवरात्रों के मौके में श्रद्धालुओं की गिनती हजारों में नहीं लाखों में होती है।
कहा जाता है कि करीब आठ सौ साल पहले पहाड़ी के पास से एक बंजारा जब अपनी गऊएं लेकर जा रहा था तो उसकी गऊएं कहीं खो गई। रात को सपने में उसे देवी मां ने दर्शन दिए तथा कहा कि पहाड़ी पर दबी प्रतिमा को स्थापित करवाया जाए तो उसकी गाएं मिल जाएंगी। बंजारे ने ऐसा ही किया तथा उसकी सभी गऊएं भी मिल गई। तब से माता की वह प्रतिमा मंदिर में ही है। देवसर माता के मंदिर में पांच सौ एक अखंड ज्योत नौ दिन लागतार जलती रहती है। माता के मंदिर में न केवल हरियाणा से बल्कि देशभर के विभिन्न हिस्सों से भक्त माथा टेकने आते हैं। यही नहीं नेपाल सरीखे देशों से भी श्रद्धालु इस पहाड़ी माता के मंदिर में दर्शनार्थ के लिए आते हैं।
बी.ए.द्वितीय वर्ष की छात्रा से बात करने पर उसने बताया कि उन्होंने जो मन्नत मांगी है उसको पूरा करने के लिए वह लुढ़क-लुढ़क कर देवसर धाम में जा रही हैं उनका माता पर पूरा विश्वास है कि माता उनकी मनोकामना जरूर पूरी करेगी। वहीं एक अन्य भक्तजन ने बताया कि वह हर वर्ष माता के मन्दिर में दर्शनों के लिए जाते हैं। देवी मां उनकी हर मुराद पूरी करती है। उनका विश्वास है कि यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मुराद पूरी होती है।