Edited By ,Updated: 23 Mar, 2017 01:20 PM
अाजकल फैशन के साथ-साथ घर को सजाना भी बहुत ही जरुरी हो गया है. आजकल कई लोगों की व्यवस्थित, सुंदर और सुरुचिपूर्ण ...
नई दिल्ली : अाजकल फैशन के साथ-साथ घर को सजाना भी बहुत ही जरुरी हो गया है. आजकल कई लोगों की व्यवस्थित, सुंदर और सुरुचिपूर्ण ढंग से रहने की आदते काफी बढ़ गई हैं। कम स्थान में सुविधापूर्ण रहने के लिए आजकल लोग अपने घर को काफी व्यवस्थित बनाना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें किसी अच्छे इंटीरियर डिजाइनिंग की जरूरत होती है. इंटीरियर डिजाइनर का कार्य घर की साज-सजावट Decorations करना इसके अलावा ऑफिस, दुकान तथा अन्य प्रकार के भवनों की सजावट Decoration को अच्छी तरह से करना है। आज छोटे शहरों और गाँवों से लोग बड़े शहरों का रुख कर रहे हैं और कम जगह में ज्यादा लोगों को घर देने के लिए जो फ्लैट कल्चर पैदा हुआ है, उसने भी इंटीरियर डिजाइनर की भूमिका बहुत खास बना दी है। छोटे-छोटे घरों में पूरे परिवार के हिसाब से सामान व्यवस्थित करना, ताकि कम जगह में भी घर खूबसूरत लगे, यह काम इंटीरियर डिजाइनर ही कर सकता है।
अहम भूमिका
इंटीरियर डिजाइनर की भूमिका इसलिए भी अहम होती है कि वह अपनी ट्रेनिंग, क्रिएटिविटी और अनुभव के आधार पर ऐसे काम करता है, जिससे किसी भी स्पेस का सही और सुंदर रूप सामने आता है। वही तय करता है कि किसी भी घर को आकर्षक बनाने में किस तरह के रंगों का चयन किया जाए, सोफा, टेबल, डाइनिंग टेबल, बेड समेत पूरे फर्नीचर का लुक और डिजाइन कैसा हो। फैंसी लाइट्स और डेकोरेटिव सामान से घर को सजाना भी इंटीरियर डिजाइनर के जिम्मे होता है।
कार्यक्षमता
इंटीरियर डिजाइनिंग में क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी की समझ होना जरूरी है। तभी आप इस में बेहतर काम कर पाएंगे। डिजाइनिंग से जुड़े होने की वजह से यहां कल्पना अच्छी होनी चाहिए, ताकि आपके दिमाग में नए विचार आएं और उन आइडियाज को वास्तविक बना सकें। बाजार में चल रहे ट्रैंड से अपडेट रहना और कस्टमर फ्रैंडली बिहेवियर आपके काम में मददगार साबित हो सकता है।
शैक्षणिक योग्यता और कोर्स
इंटीरियर डिजाइनिंग में आप बारहवीं के बाद डिप्लोमा, डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद भी इस क्षेत्र में आना चाहें, तो पीजी डिप्लोमा, डिग्री कोर्स कर सकते हैं। इस फील्ड में बैचलर इन इंटीरियर डिजाइन, बीए इन इंटीरियर आर्किटेक्चर एंड डिजाइन, डिप्लोमा इन इंटीरियर स्पेस एंड फर्नीचर डिजाइन जैसे कोर्स कर सकते हैं
सैलरी
इंटीरियर डिजाइनर के रूप में शुरूआत में 15 से 20 हजार रुपए महीना तक सैलरी मिल जाती है। शुरूआत में किसी फर्म में नौकरी करना उचित रहता है।
कहां-कहां हैं मौके
अपना घर सजाना किसे अच्छा नहीं लगता? खासकर सेलिब्रिटी और हाई प्रोफाइल लोगों के बीच तो इंटीरियर डिजाइनर से अपने बंगले को खूबसूरत बनवाने का खूब चलन है। इंटीरियर डिजाइनिंग के प्रति लोगों का रुझान इस हद तक बढ़ चुका है। शादी, बर्थडे, एनिवर्सरी जैसे कई आयोजनों में सजावट के लिए इनकी सेवा लेने का चलन भी आजकल जोर पकड़ रहा है। इसलिए इनकी मांग खूब बढ़ रही है।
प्रमुख संस्थान
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर डिजाइनर्स, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर एंड फैशन टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
मैनेजमेंट एंड डिजाइन एकेडमी, नई दिल्ली
एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे