Edited By Riya bawa,Updated: 28 Dec, 2019 12:12 PM
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों को ''एंगर फ्री जोन'' बनने के लिए एडवाइजरी जारी...
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों को 'एंगर फ्री जोन' बनाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसके लिए स्कूल लीडर्स को जिम्मेदारी दी गई है वे स्कूलों को एंगर फ्री जोन बनाने की दिशा में प्रयास करें। एडवाजरी में कहा गया है कि शिक्षक, अभिभावक, स्कूल प्रशासन कर्मी सभी अपने गुस्से पर काबू रखेंगे और स्टूडेंट्स के सामने मिसाल पेश करेंगे कि 'गुस्से पर काबू' किस तरह रखा जाता है।
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने सभी स्कूलों को पत्र लिखा है। स्कूल प्रिंसिपल को भेजे पत्र में बाेर्ड ने कहा है कि बच्चों के समग्र विकास के लिए स्कूल को नकारात्मकता से रहित होना चाहिए, ताकि बच्चों के लिए दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने में योगदान किया जा सके। बोर्ड ने "जॉयपफुल एजुकेशन एंड होलिस्टिक फिटनेस" के तहत ये पहल की है।
बोर्ड द्वारा दिए गए सुझावों में दिन भर मोबाइल फोन में न लगे रहने और गहरी लंबी सांस लेने जैसे सुझाव दिए गए हैं। बोर्ड ने स्कूलों को कहा है कि 'एंगर फ्री जोन' बनने के संबंध में स्कूल अपने अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर करें इसके लिए "cbsenoanger"हैशटैग इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।