Edited By pooja,Updated: 06 Feb, 2019 11:06 AM
हिंदी फिल्मों के जाने-माने गायक एवं संगीत निर्देशक शंकर महादेवन ने इस बात पर अफसोस जताया है कि देश के कुछ स्कूलों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के बजाय पश्चिमी संगीत की शिक्षा दी जाती है।
शिरडी: हिंदी फिल्मों के जाने-माने गायक एवं संगीत निर्देशक शंकर महादेवन ने इस बात पर अफसोस जताया है कि देश के कुछ स्कूलों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के बजाय पश्चिमी संगीत की शिक्षा दी जाती है। अपनी सांस पर नियंत्रण रखकर एक श्वांस में गाना गाने के लिये मशहूर महादेवन संगीत सीखने के इच्छुक गरीब परिवारों से आने वाले बच्चों को अपनी अकादमी में नि:शुल्क संगीत की शिक्षा दे रहे हैं।
यहां सोमवार को पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘‘कुछ स्कूलों में अंग्रेजी संगीत की शिक्षा क्यों दी जाती है? सरकार को छात्रों के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने की व्यवस्था करनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल मैं कई स्कूलों के साथ काम कर रहा हूं। ‘शंकर महादेवन एकेडमी’ के जरिये गरीब छात्रों को मुफ्त में संगीत की शिक्षा देने के इरादे से मैंने ‘इंस्पायर इंडिया’ नामक परियोजना शुरू की है।’’ संगीत निर्देशक अपने परिवार के सदस्यों के साथ महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिरडी शहर में लोकप्रिय साई बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिये आये हुए थे। उन्होंने बताया कि उनकी अकादमी दुनिया भर के 76 देशों में भारतीय संगीत का प्रचार-प्रसार कर रही है।
कई टीवी चैनलों पर दिखाये जाने वाले संगीत रियलिटी शो के एक विजेता के कारण अन्य प्रतियोगियों को होने वाली निराशा के बारे में पूछे जाने पर महादेवन ने कहा कि अन्य प्रतियोगियों के नाम दर्शकों के जेहन में होते हैं और इसका फायदा उन्हें भविष्य में मिलता है।