Edited By Riya bawa,Updated: 30 Aug, 2020 08:23 AM
![iit indore teaching ancient indian science in sanskrit language](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2020_8image_08_20_138326544iit-indore-ll.jpg)
देश के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक आईआईटी-इंदौर की ओर से एक नई पहल की गई है। इस पहल के तहत अब आईआईटी-इंदौर में संस्कृत में विज्ञान की पढ़ाई ...
नई दिल्ली- देश के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक आईआईटी-इंदौर की ओर से एक नई पहल की गई है। इस पहल के तहत अब आईआईटी-इंदौर में संस्कृत में विज्ञान की पढ़ाई की शुरु होने वाली है। प्राचीन भारतीय विज्ञान को आईआईटी-इंदौर संस्थान में पढ़ाया जाएगा, जो मुख्य रूप से संस्कृत में लिखा गया था और इसलिए इसको संस्कृत में ही पढ़ाया जा रहा है।
इस कोर्स के लिए दुनियाभर से कई छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। आईआईटी इंदौर ने 15 दिनों का एक नया कोर्स शुरू किया है। 15 दिन के इस कोर्स में दुनियाभर के साढ़े सात सौ से ज्यादा लोग शामिल हो रहे हैं। बता दें कि यह कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन 22 अगस्त से शुरू हुआ था जो कि अब 2 अक्टूबर तक चलेगा।
इस दौरान धातु विज्ञान, खगोलशास्त्र, औषधि और वनस्पति विज्ञान की पढ़ाई होगी, इन सभी कोर्स को उनके असली स्वरूप में पढ़ाया जाएगा और इस पर संस्कृत में ही चर्चा होगी। इस प्रोग्राम में शामिल हो रहे छात्रों को पहले संस्कृत भाषा के बारे में ज्ञान दिया जाएगा, ताकि वह कोर्स के दौरान इसे आसानी से समझ सकें।
आईआईटी-इंदौर के ऑफिशिएटिंग डाइरेक्टर प्रोफेसर नीलेश कुमार जैन ने बताया कि वह इस पहल से बेहद खुश हैं क्योंकि दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नोलॉजी में संस्कृत भाषा का प्रयोग किया जा रहा है।