Edited By pooja,Updated: 07 Apr, 2018 03:05 PM
कॉल सेंटर ने लाखों युवाओं को नौकरी दी है। 10वीं, 12वीं पास और ग्रेजुएट छात्रों कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं। अगर आप भी कॉल सेंटर में नौकरी करना चाहते हैं, तो ध्यान में रखें ये बातें...
मुंबई: कॉल सेंटर ने लाखों युवाओं को नौकरी दी है। 10वीं, 12वीं पास और ग्रेजुएट छात्रों कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं। अगर आप भी कॉल सेंटर में नौकरी करना चाहते हैं, तो ध्यान में रखें ये बातें...
कॉल सेंटर को बीपीओ भी कहा जाता है। जिसकी फुल फॉर्म 'Business process outsourcing' है। कॉल सेंटर दो तरह के होते हैं।
1. In bond कॉल सेंटर- In bond कॉल सेंटर: इसमें ग्राहक खुद अपनी समस्या को लेकर कॉल करते हैं।
2. Out bond कॉल सेंटर- Out bond कॉल सेंटर: इसमें कस्टमर केयर ग्राहक को कॉल करते हैं।
कॉल सेंटर में काम करने के लिए खूबियां:
- उम्मीदवार को हिंदी और अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान हो।
- कंप्यूटर और टाइपिंग का काफी अच्छा ज्ञान हो।
- उम्मीदवार के अंदर सुनने और समझते की क्षमता होनी चाहिए।
- अपनी बात स्पष्ट रूप से साबित कर सके। उम्मीदवार को इस तरह बोलना आना चाहिए।
कैसे होता है काम:
कॉल सेंटर में सबसे पहले ट्रेनिंग दी जाती है। खासकर फोन पर जिस देश के लोगों की समस्याएं उन्हें सुननी हैं, उसके बारे में उन्हें बताया जाता है। भले ये लोग उन देशों में कभी नहीं गए हो, ट्रेनिंग में उस जगह के तौर तरीकों की जानकारी उन्हें दी जाती है।
इन खास शब्दों की दी जाती है ट्रेनिंग:
कॉल सेंटर में खास शब्दों की ट्रेनिंग दी जाती है। जिसे उन्हें ग्राहकों से बातचीत के दौरान इस्तेमाल करना होता है। जैसे- नमस्कार, ठीक है, हांजी, धन्यवाद, आपका दिन शुभ रहे आदि।