Edited By bharti,Updated: 08 May, 2018 12:19 PM
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दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना मिशन बुनियाद है। इस योजना को शुरू हुए एक महीना ...
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना मिशन बुनियाद है। इस योजना को शुरू हुए एक महीना हो गया है लेकिन अब जाकर स्कूलों में मिशन बुनियाद की किताब पहुंच रही है। कहने को तो यह योजना तीसरी कक्षा से लेकर नौंवी कक्षा के छात्रों के लिए बनाई गई है, जिसके तहत दो चरण में स्कूली छात्रों को पढ़ाई करवाई जाएगी। जिसका पहला चरण अपने अंतिम दौर में है। वहीं दूसरा चरण 11 मई से 30 जून तक चलेगा। इसके तहत सभी विद्यालयों को बच्चों को कहानी पढऩा, लिखना और गणित के सवाल करना सिखाया जाएगा लेकिन सरकार की सोच पर अभिभावक पानी फेरते हुए नजर आ रहे है क्योंकि अभी से ही स्कूलों में लगभग 10 से 15 अभिभावक घर जाने की छुट्टी का आवेदन लेकर पहुंच रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि सभी को गर्मियों की छुट्टियों का इंतजार रहता है। इसमें भी कहीं न जाए तब कब जाएं।
योजना के विरोध में दिखे शिक्षक
इस दौरान दबी जुबान में शिक्षक भी गर्मियों की छुटिट्यों में इन योजनाओं के खिलाफ बोलते नजर आ रहे हैं। राजकीय शिक्षक संघ के महासचिव अजयवीर यादव ने कहा कि स्कूल की छुट्टियां शुरू होने से पहले ही स्कूलों में छात्रों की हाजिरी में फर्क आना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि यह सबसे बड़ी चुनौती होगी कि इन छुट्टियों में छात्रों की सौ प्रतिशत हाजिरी कैसे हो। यादव ने कहा कि मिशन बुनियाद के चलते प्रतिभा सेक्शन के छात्रों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। उन्होंने कहा कि साल भर शिक्षक क्लेरिकल कार्य में लगाए होते है। जिसके चलते भी छात्रों की पढ़ाई काफी प्रभावित होती है।