Edited By Riya bawa,Updated: 16 Jun, 2019 03:30 PM
शिक्षा निदेशालय जल्द ही आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग ...
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र मिश्र): शिक्षा निदेशालय जल्द ही आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की तकरीबन 3000 सीटों पर पुन: आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकता है। बता दें दिल्ली के लगभग 1700 निजी, अनएडेड और मान्यता प्राप्त स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा के अंतर्गत ईडब्ल्यूएस कोटे की आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों (45000) पर 2019-20 शैक्षिक सत्र की दाखिला प्रक्रिया के लिए 28 दिसम्बर 2018 को पहला सर्कुलर जारी किया था जिसके बाद 11 जनवरी 2019 को ईडब्ल्यूएस दाखिला प्रक्रिया से संबंधित दूसरा सर्कुलर जारी हुआ। 27 फरवरी को इस कैटेगरी में पहला ड्रॉ 42000 सीटों के लिए आयोजित किया गया जिसमें तकरीबन 31 हजार सीटें ही भरी जा सकीं हैं।
इस कैटेगरी का अगला ड्रॉ 11 जून को कुल 8200 सीटों पर जारी किया गया। निदेशालय ने कहा कि बहुत से आवेदन ईडब्ल्यूएस की दाखिला प्रक्रिया के लिए मिले थे लेकिन उनमें तकरीबन 7500 अभिभावकों ने स्कूल में रिपोर्ट नहीं की। 2000 से ज्यादा एडमिशन स्कूल द्वारा दस्तावेजों के पूरा न होने की वजह से कैंसिल किए गए। अब बहुत से अभिभावक ड्रॉ पहली बार और दूसरी बार ड्रॉ में नाम न आने से कहीं न कहीं दाखिला ले चुके हैं। लेकिन उनके आवेदन निदेशालय की साइट पर अब भी हैं।
ऐसे में अगली ड्रॉ प्रक्रिया में जरूरी नहीं जितनों का नाम ड्रॉ में आया है वह सभी दाखिला लेने पहुंचे। कई अभिभावक जोकि मोटी फीस जमा कर 3 महीने से बच्चे को किसी निजी स्कूल में भेज रहे हैं वह ड्रॉ में अलॉट हुए स्कूल में शायद पहुंचे ही ना। इस ड्रॉ के बाद भी खाली बची सीटों को निदेशालय कैसे भरेगा के सवाल पर शिक्षा निदेशालय ने कहा कि जरूरत पडऩे पर ड्रॉ आयोजित किया जाएगा। इस मसले पर डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन (पब्लिक स्कूल ब्रांच) योगेश प्रताप का कहना है कि निदेशालय 3000 सीटों पर फ्रेश एडमिशन का विचार कर रहा है। जिसकी अधिसूचना जल्द जारी की जा सकती है।