Edited By rajesh kumar,Updated: 24 Sep, 2021 08:06 PM
राजस्थान पुलिस ने इसी सप्ताह आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) में किसी तरह की गड़बड़ी रोकने की हरसंभव कोशिश कर रही है जिसके तहत उसने राज्य में दो जगहों से सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारीदी। आरोप है कि ये...
नेशनल डेस्क: राजस्थान पुलिस ने इसी सप्ताह आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) में किसी तरह की गड़बड़ी रोकने की हरसंभव कोशिश कर रही है जिसके तहत उसने राज्य में दो जगहों से सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारीदी। आरोप है कि ये लोग इस परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने का प्रयास कर रहे थे और इनके कब्जे से लाखों रुपये की नकदी एवं करोड़ों का हिसाब किताब मिला है।
26 सितंबर को होनी है रीट परीक्षा
उल्लेखनीय है कि राज्य में तृतीय श्रेणी अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट परीक्षा 26 सितंबर को होनी है जिसमें राज्य भर में 16 लाख से अधिक परीक्षार्थी बैठेंगे। राज्य के दौसा शहर में पुलिस ने बृहस्पतिवार को फर्जी अभ्यर्थी बैठा रीट परीक्षा पास कराने का झांसा देकर लाखों रूपये की मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और इनके कब्जे से दो एसयूवी व 5.60 लाख की नकदी बरामद की है। दौसा पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त रमेश मीना (25) व दशरथ सिंह मीना (30) करण सिंह मीना (24)सुमेर मीना (35) के मोबाईल की चैकिंग में रीट भर्ती परीक्षा से संबंधित चैट व रिकार्डिग मिली।
उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में लिये गये करोडों रूपये के लेन देन का हिसाब मिला है। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों से कोचिंग संस्थानों व खोली गई लाईब्रेरियों से भी जुड़े होने की बात सामने आई है जिसके बारे में और गिरोह में शामिल अन्य अभियुक्तों के बारे में भी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
सीकर में तीन सदस्य गिरफ्तार
वही सीकर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने रीट परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुरेश यादव, अशोक मील तथा हेमंत के रूप में की गई हैं। ये आरोपी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से रीट का पेपर उपलब्घ करवाने या पास कराने के नाम पर सात से 15 लाख रुपए वसूल रहे थे। थानाधिकारी पवन चौबे ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस दल ने बृहस्पतिवार देर रात दो अलग-अलग जगह से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में उनके एजेंट की भूमिका में काम करने की बात सामने आई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के सरगना की तलाश में जुटी है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुरेश यादव रानोली में रोजगार सेंटर संचालक है वहीं दूसरा आरोपी अशोक मील प्राइवेट कॉपरेटिव सोसायटी व तीसरा आरोपी हेमंत डिफेंस एकेडमी चलाता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। उल्लेखनीय है कि राज्य के लगभग 4000 केंद्रों पर 26 सितंबर को होने वाली इस परीक्षा में 16 लाख से अधिक परीक्षार्थी बैठेंगे। राज्य सरकार ने आगाह किया है कोई सरकारी कर्मी पेपर लीक या नकल में लिप्त पाया गया तो उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।