Updated: 25 Dec, 2024 01:55 PM
साल 2008 में, जब बॉलीवुड एक जैसी कहानियों में उलझा हुआ था, एक फिल्म ने सिनेमा का पूरा परिदृश्य बदल दिया। यह फिल्म थी आमिर खान की ‘गजनी’, जिसने थ्रिलर और इमोशन को बखूबी मिलाकर एक दमदार मनोरंजन पेश किया।
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। साल 2008 में, जब बॉलीवुड एक जैसी कहानियों में उलझा हुआ था, एक फिल्म ने सिनेमा का पूरा परिदृश्य बदल दिया। यह फिल्म थी आमिर खान की ‘गजनी’, जिसने थ्रिलर और इमोशन को बखूबी मिलाकर एक दमदार मनोरंजन पेश किया। इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया, बल्कि भारतीय सिनेमा में ₹100 करोड़ क्लब की शुरुआत करते हुए नया मील का पत्थर भी स्थापित किया।
‘गजनी’ की कहानी एक अमीर बिजनेसमैन संजय सिंघानिया (आमिर खान) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक संघर्षरत अभिनेत्री (आसिन) से प्यार करता है। अपनी पहचान छुपाकर, वह उसका दिल जीतता है। लेकिन उनकी खुशियों का यह सफर तब खत्म हो जाता है, जब गुंडों से उसे बचाने के प्रयास में संजय के सिर पर वार होता है, और उसकी प्रेमिका की हत्या हो जाती है। इसके बाद कहानी एक ऐसे इंसान के बदले पर आधारित है, जो शॉर्ट-टर्म मेमोरी लॉस से जूझते हुए अपने दुश्मन गजनी तक पहुंचता है। डायरेक्टर ए. आर. मुरुगदोस ने फिल्म का नाम ही विलेन के नाम पर रखकर दर्शकों की दिलचस्पी और बढ़ा दी। यह क्रिएटिव फैसला फिल्म की सबसे बड़ी यूएसपी बन गया।
‘गजनी’ सिर्फ एक ब्लॉकबस्टर नहीं थी; यह बॉलीवुड के लिए एक नए युग की शुरुआत थी। यह न केवल साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी, बल्कि यह पहली बॉलीवुड फिल्म थी जिसने ₹100 करोड़ का आंकड़ा पार किया। इसके बाद हर फिल्म इस क्लब का हिस्सा बनने की कोशिश करने लगी। खास बात यह थी कि ‘गजनी – द गेम’ नाम से फिल्म पर आधारित एक 3D वीडियो गेम भी लॉन्च किया गया, जो इसकी सफलता का प्रमाण था।
फिल्म का म्यूजिक भी इसका मजबूत पक्ष था। ‘गुजारिश,’ ‘आए बच्चू,’ ‘बेहका,’ ‘लट्टू,’ और ‘कैसे मुझे’ जैसे गाने आज भी उतने ही लोकप्रिय हैं। हर गाने ने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी। फिल्म में आमिर खान, आसिन (उनकी हिंदी फिल्म डेब्यू), जिया खान, और प्रदीप रावत ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। 16 साल बाद भी, ‘गजनी’ जैसी फिल्म की कमी दर्शकों को खलती है।