Updated: 06 Oct, 2023 10:23 AM
यहां पढ़ें कैसी है अक्षय कुमार की 'मिशन रानीगंज:द ग्रेट भारत रेस्क्यू'...
फिल्म - मिशन रानीगंज:द ग्रेट भारत रेस्क्यू (Mission Raniganj: The Great Bharat Rescue)
निर्माता - वाशु भगनानी (Vashu Bhagnani),दीपशिखा देशमुख (Deepshikha Deshmukh), जैकी भगनानी (Jackky Bhagnani), अजय कपूर (Ajay Kapoor)
निर्देशक - टीनू सुरेश देसाई (Tinu Suresh Desai)
कास्ट - अक्षय कुमार (Akshay Kumar), परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra),राजेश शर्मा (Rajesh Sharma), दिबयेन्दू भट्टाचार्य (Dibyendu Bhattacharya), रवि किशन (Ravi Kishan), पवन मल्होत्रा (Pavan Malhotra)
रेटिंग - 4
Mission Raniganj: The Great Bharat Rescue वर्ष 1989 में पश्चिमी बंगाल के रानीगंज की कोयले की खदानों में माइनिंग के दौरान एक जबरदस्त हादसा हुआ और असंख्य लोग खदान में फंस गए। अपनी जान की परवाह न करते हुए एक साधारण व्यक्ति ने कैसे 65 लोगों को रेस्क्यू करके बचाया। यही सब दिखाया गया है फिल्म रानीगंज में, जो आज यानी 6 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह फिल्म सत्य घटना से प्रेरित है, जो एक बहादुर और समझदार इंजीनियर जसवंत सिंह गिल पर बनी है। हालांकि ऐसे ही विषय पर ‘काला पत्थर’ जैसी फिल्म पहले भी बन चुकी है लेकिन जहां वो फिल्म काल्पिनक थी, वहीं यह फिल्म सत्य घटना पर आधारित है।
कहानी
कहानी वर्ष 1989 की है, जब रानीगंज की कोयले की खदान में काम करते हुए एक लैंडस्लाइड होती है और इस हादसे में कई लोग खदान में फंस जाते हैं। जसवंत सिंह गिल नामक एक व्यक्ति, जिसका इस हादसे से कोई लेना-देना भी नहीं होता और वह इस खदान से कोसों दूर होता है लेकिन फिर भी अपने मन में इन लोगों को बचाने की ठान लेता है। रानीगंज आकर वह अपने अदम्य साहस और बुद्धि से 65 लोगों को खदान से बाहर निकालने में सफल हो जाता है। यही इस फिल्म की कहानी है। एक ओर जहां यह फिल्म एक साधारण व्यक्ति के असाधारण साहस की कहानी बयां करती है, वहीं दूसरी तरफ इसमें खदान में काम करने वाले लोगों के दयनीय जीवन और उनके जीवन के प्रति खदान मालिकों की बेरूखी भी दिखाई गई है, जिसे देखकर आपका दिल पसीज जाएगा।
एक्टिंग
अक्षय कुमार ने जसवंत सिंह गिल का किरदार बखूबी निभाया है, जिस तरह वह अपनी सूझबूझ और मेहनत से लोगों को बाहर निकालते हैं वह देखने लायक है। फिल्म देखकर ऐसा लगता है कि वे फिल्म के खत्म होने तक फिल्म के किरदार में ही रहे हों। फिल्म में ऐसे कई दृश्य हैं, जहां अक्षय कुमार ने अपने बेहतरीन अभिनय की मिसाल पेश की है। उनकी पत्नी के रूप में परिणीति चोपड़ा ने भी शानदार अभिनय किया है। इसके अलावा फिल्म को सपोर्ट करने के लिए कई बेहतरीन कलाकार हैं जिन्होने अपने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। पवन मल्होत्रा और रवि किशन का काम भी काफी अच्छा है। फिल्म में दिबयेन्दू भट्टाचार्य ने भी काम किया है, जो पश्चिमी बंगाल के जाने- माने एक्टर हैं। इस फिल्म में भी उन्होंने शानदार काम किया है।
निर्देशन
फिल्म का निर्देशन टीनू सुरेश देसाई ने किया है, जो इससे पहले '1920 लंदन' और 'रुस्तम' का निर्देशन कर चुके हैं। यह अक्षय कुमार की दूसरी फिल्म है, जिसका उन्होंने निर्देशन किया है। वे अपने काम में माहिर हैं और कलाकार से काम लेने के अलावा उन्होंने स्क्रीनप्ले कहीं भी कमजोर नहीं और नीरस नहीं पड़ने दिया। वर्ष-1989 का रानीगंज और कोयले की खदान में काम करने वाले मजदूरों के जीवन को उन्होंने बखूबी पर्दे पर पेश किया है। फिल्म के संवाद भी शानदार हैं। एडिटिंग का काम भी परफेक्शन के साथ किया गया है। वहीं इमोशन के साथ थ्रिल को उन्होंने अंत तक बेहतरीन तरीके से बरकरार रखा है।
मानवता और अदम्य साहस की यह कहानी हर भारतीय को देखनी चाहिए। जो आपके अंदर जुनून, जोश और जज्बा की अलख पैदा करेगी। कुल मिलाकर कहें तो यह फिल्म आपको अपने परिवार के साथ थिएटर्स में जाकर जरूर देखनी चाहिए।