Updated: 14 Nov, 2024 01:29 PM
चिल्ड्रंस-डे या बाल दिवस सिर्फ़ बच्चों या किशोरों के लिए ही खास दिन नहीं होता है, बल्कि यह उन किरदारों और कहानियों को फिर से जीने का मौका भी होता है जिन्होंने हमारे बचपन को बहुत अनोखा और जादुई बनाया है।
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। चिल्ड्रंस-डे या बाल दिवस सिर्फ़ बच्चों या किशोरों के लिए ही खास दिन नहीं होता है, बल्कि यह उन किरदारों और कहानियों को फिर से जीने का मौका भी होता है जिन्होंने हमारे बचपन को बहुत अनोखा और जादुई बनाया है। याद कीजिए कि जब मोआना समुंदर पर कारनामे दिखाने के लिए निकलने वाली होती थी, मुफ़ासा जब प्राइड रॉक पर बैठकर ज्ञान या सीख वाली बातें करता था या वुडी और बज़ किसी अनजाने मिशन पर निकलते थे, तो हम किस तरह हम टीवी के आसपास जमा हो जाते थे, हमारी आंखें आश्चर्य से फैल जाया करती थीं और दिल की धड़कनें तेज़ हो जाती थीं। इस चिल्ड्रंस-डे पर बचपन के उन मस्तमौला और बेपरवाह दिनों में गोता लगाते हैं जबकि ‘टॉय स्टोरी’ का शुरुआती गाना या पो की इठलाती चाल हमें गुदगुदा या खुशी से भर देती थी। तो अपना पॉपकॉर्न का कटोरा भर लीजिए, जमकर बैठ जाइए और हमारे साथ जुड़िए क्योंकि हम उन किरदारों से आपको फिर से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने हमारे बचपन को खुशनुमा बनाया था:
मोआना - आइलैंड की बहादुर राजकुमारी
समुंदर की साहसिक यात्रा करने वाली मोआना की बहादुरी को कौन भूल सकता है जो इस सफर पर इसलिए निकलती है क्योंकि उसके कई सपने हैं? वह निडर है और जब उसे किन्हीं कारणों से वापस लौटना पड़ता है तो वह हमें याद दिलाती है कि हमें अपने चुने रास्तों पर पूरा यकीन करना चाहिए। मोआना-2, 29 नवंबर को हिंदी और अंग्रेजी में रिलीज हो रही है और इस फिल्म के साथ मोआना फिर से बड़े समंदर के सफर पर निकलेगी, नई चुनौतियों का सामना करेगी और अद्वितीय साहस का प्रदर्शन करेगी। उसकी दुनिया और उसके सफर को देखना बहुत प्रेरणादायक है और इस नवंबर उसके जरिए हम पहले की तरह आश्चर्य और उम्मीद से भर जाएंगे।
मुफ़ासा – लायन किंग और हम सभी को रास्ता बताने वाला मेंटर
हममें से कइयों के लिए, मुफ़ासा सिर्फ़ एक किरदार नहीं है, बल्कि वह पिता जैसी भूमिका निभाता है जो हमें साहस, जिम्मेदारी और जिंदगी के कई अहम सबक देता है। उसकी बुद्धिमानी और साहस हमेशा हमारे साथ रहता है और इस तरह उसकी कहानी भी हम हमेशा याद रखते हैं। मुफ़ासा – द लायन किंग, 19 दिसंबर 2024 को रिलीज हो रही है। यह फिल्म इस जबरदस्त और यादगार किरदार के बारे में फिर से हमें बताने जा रही है। यह कहानी हमें उसके बचपन से जवानी तक पहुंचने के सफर और फिर एक बेहतरीन किंग बनने के बारे में बताएगी। यह प्रीक्वल (पहले आ चुकी फिल्म से पहले की कहानी) हमें मुफ़ासा की शुरुआती मुश्किलों और उन पर उसकी जीत के बारे में बताएगी। यह हमें एक ऐसे किंग के सफर के बारे में बताएगी जो साहस और करुणा का प्रतीक है।
ग्रू एंड द मिनियंस – डेस्पिकेबल मी में हमने इस फैमिली की उम्मीद नहीं की थी
ग्रू का ह्यूमर या मजाक बहुत ही शानदार है और उसका दिल भी। वह इन दोनों खूबियों से हमारा दिल जीत लेता है। जब उसके साथ मिनियंस भी होते हैं फिर तो यह और भी कमाल की जोड़ी बन जाती है। वे सभी मिलकर ठहाकों की बारिश कर देते हैं और बहुत सारे हंसी-मजाक वाले पल हमें देखने को मिलते हैं। इनका उदाहरण हमें बताता है कि परिवार में हर कोई अलग-अलग होता है लेकिन सभी के मिलने से परिवार बनता है। हाल ही में रिलीज हुई डेस्पिकेबल मी-4 अब रेंट (किराए) पर प्राइम वीडियो और जी-5 पर उपलब्ध है। इसमें ग्रू और मिनियंस के मज़ेदार कारनामों का आनंद उठाया जा सकता है। यह फिल्म बताती है कि वे साथ मिलकर किस तरह हंसी-मजाक, ठहाकों की फुहार छोड़ते हैं और हमारी जिंदगी को गुदगुदा देते हैं। वे हमें बताते हैं कि दिल के जुड़ने से ही परिवार बनता है।
वुडी एंड बज़ लाइटईयर- टॉय स्टोरी के दोस्तों की अनोखी जोड़ी
वुडी और बज़, दोस्तों की एक शानदार जोड़ी है। यह जोड़ी हमें ईमानदारी, दोस्ती और दूसरों को माफ करने वाला दिल रखने की सीख देती है। कभी ये दोनों एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी थे लेकिन आज उनके बीच गहरी दोस्ती है। ‘टॉय स्टोरी’ में उन्हें देखकर हम जान चुके हैं कि साथ होने पर क्या कमाल होता है। उनकी दिल को छूने वाली कहानी को फिर से देखिए डिज़्नी और हॉटस्टार पर ‘टॉय स्टोरी-4’ में। इस कहानी के साथ ही‘टॉय स्टोरी-5’ का इंतजार कीजिए जो 2026 में आने वाली है। यह कहानी हमें बताती है कि दोस्ती ज़िंदगी का सबसे बड़ा रोमांच और खजाना है। जब ये दोनों किरदार एकदूसरे से मिले थे तब वे जितने प्यारे और अद्भुत थे वे आज भी वैसे ही बने हुए हैं।
पो- कुंग-फू पांडा का थुलथुल लेकिन गजब की इच्छाशक्ति वाला हीरो
पो की कहानी खुद को खोजने, गुदगुदी से भरी और करुणा को महसूस करने वाली कहानी है। नूडल की शॉप पर काम करने वाले कर्मचारी से ड्रैगन से लड़ने वाले योद्धा तक का उसका सफर बताता है कि कोई भी काम मुश्किल नहीं है, भले ही आप थुलथुल पांडा ही क्यों न हों। कुंग-फू पांडा-4 के जरिए पो के सफर को फिर से देखने का मौका मिलने जा रहा है। यह फिल्म जिओ सिनेमा पर देखी जा सकती है। इस कहानी में और मार्शल आर्ट्स, दिल को छूने वाले पल और ठहाके हैं। इतना तो तय है कि पो की कहानी को फिर से देखना खुद को खोजने और आनंद के सफर पर निकलने का एहसास देगा।
इन सभी किरदारों ने हमारे बचपन को बहुत खास बनाया है और अब जबकि वे हमारी ज़िंदगी में फिर से लौट रहे हैं तो ये हमें बचपन के उन पलों की भी याद दिलाएंगे जबकि हम इनके साथ हंसे, रोए थे और उनसे कुछ सीख भी ली थी। इस बार चिल्ड्रंस डे पर आपको एक और मज़ेदार सफर पर लेकर चलते हैं। ऐसा सफर जो आपको बचपन की मासूमियत और आनंद को महसूस करने का मौका देगा। इस मौके के जरिए हमेशा देखी जा सकने वाली ये कहानियां अगली पीढ़ी तक भी पहुंच सकेंगी।