Updated: 14 Feb, 2025 02:23 PM
देश में कई ऐसे हीरो रहे हैं जिनके बारे में कोई नहीं जानता या कह सकते हैं कि वे इतिहास के पन्नों में कहीं खो गए। ऐसी ही एक फिल्म छावा सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जो छत्रपति संभाजी महाराज की गाथा पर आधारित है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। देश में कई ऐसे हीरो रहे हैं जिनके बारे में कोई नहीं जानता या कह सकते हैं कि वे इतिहास के पन्नों में कहीं खो गए। ऐसी ही एक फिल्म छावा सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जो छत्रपति संभाजी महाराज की गाथा पर आधारित है। छत्रपति संभाजी महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे थे, जिन्होंने उनके साम्राज्य को आगे बढ़ाया। इस फिल्म में विक्की कौशल छत्रपति संभाजी महाराज के किरदार में नजर आएंगे, जबकि फिल्म में मुख्य अभिनेत्री रश्मिका मंदाना महारानी येसुबाई का किरदार निभा रही हैं।
फिल्म को लक्ष्मण उतेकर ने डायरेक्ट किया है और इसे मैडॉक फिल्म्स द्वारा प्रोड्यूस किया गया है। लगभग 344 साल पुरानी इस गाथा को आज के समय में दिखाना काबिले तारीफ है। यह फिल्म 14 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म के बारे में विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी, और हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:
विक्की कौशल
सवाल: पिछले कुछ समय से ऐसी फिल्में बहुत कम आ रहीं थी जिसका ट्रेलर देख कर सिनेमाघरों में उसे देखने जाने का मन करे, इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: पहली बात तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्रपति संभाजी महाराज हमारे लिए एक गुमनाम हीरो हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, जिन्होंने उनके लेगेसी को आगे बढ़ाया। और उन्होंने अपने शौर्य से ऐसी आग लगाई कि एक मुगल साम्राज्य का अंत हो गया। उनकी यह गाथा महाराष्ट्र से बाहर नहीं पहुंच पाई है, तो हमारी कोशिश यह रही है कि लोगों तक हम इसे पहुंचाएं। इसके लिए मैं हमारे प्रोड्यूसर दिनेश विजान और डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर का आभारी हूं जिन्होंने यह जिम्मा उठाया। हमारी पूरी टीम ने इस पर मेहनत की है। यह बहुत जरूरी है कि इस तरह के कई अन्य योद्धाओं की शौर्य गाथाओं को उजागर किया जाए, जिनके बारे में आजकल की जेनरेशन नहीं जानती। छावा से हमारा यह प्रयास है कि छत्रपति संभाजी महाराज की गाथा लोगों तक पहुंचे।
सवाल: 2015 में मसान के साथ शुरुआत करने वाले विक्की कौशल के कौन से सपने पूरे हो चुके हैं और कौन से बाकि हैं?
जवाब: विक्की हसंते हुए बताते हैं, मेरे बहुत सारे सपने थे, लेकिन उस समय कहने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि छोटे-छोटे रोल ही मिलते थे और मैं बस मौकों की तलाश में रहता था। शुरुआत के कई रोल ऑडिशन से ही मिले, फिर कहीं जाकर वो समय आया जब डायरेक्टर्स मुझ पर भरोसा करने लगे और मुझे सीधे ऑफर मिलने लगे। मनमर्जियां पहली फिल्म थी जो मुझे ऑडिशन के बिना मिली। ऊपरवाले का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे इतनी हिम्मत दी क्योंकि मैंने इतना नहीं सोचा था। ऑडियंस का प्यार मेरे लिए सबसे बड़ा आत्मविश्वास था, क्योंकि लोगों द्वारा की गई सराहना मुझे और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। मेरे करियर के 10 साल बेहद खूबसूरत रहे हैं, और मैं प्रार्थना करूंगा कि आगे के साल भी उतने ही खूबसूरत रहें।
सवाल: आपके पिता एक्शन डायरेक्टर रहे हैं, तो बचपन से ही आपने यह देखा है, तो इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: मेरा छोटा भाई है और हर घर में छोटे भाई और बड़े भाई के बीच एक्शन देखने को मिलता है। सच बताऊं तो मुझे एक्शन फिल्में बहुत पसंद हैं। अब जब मैं एक्शन फिल्म कर रहा हूं, तो मैं लक्ष्मण सर से कहता हूं कि आपने मुझे यह मौका दिया। मुझे एक्शन जॉनर मिला है, और कहीं न कहीं मेरे अंदर का वह जीन एक्टिव हो गया है कि अब मुझे और एक्शन करना है।
सवाल: छावा का ट्रेलर देखने के बाद आपके पिता का क्या रिएक्शन था?
जवाब: जब मेरे पिता ने ट्रेलर देखा तो वे बहुत खुश हुए। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा है कि जब भी एक्शन सीन शूट कर रहे हो तो हमेशा सुरक्षित रहना। यह सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी जरूरी है ताकि शूटिंग का अनुभव सुरक्षित रहे। वे हमेशा यह कहते हैं कि हर सीन से पहले रिहर्सल करना चाहिए।
सवाल: विक्की में ऐसा क्या है, जो किसी और में नहीं है?
जवाब: ऐसा तो मैं नहीं कहूंगा कि यह सिर्फ मुझमें ही है, लेकिन मेरी यूएसपी मेरी परवरिश है। मुझे बचपन से ही मेरे परिवार ने हर चीज सिखाई है और मैंने अपने पिता से बहुत कुछ सीखा है, जो आज मुझे काफी काम आ रहा है। तो मैं अपनी परवरिश को अपनी यूएसपी कहूंगा।
रश्मिका मंदाना
सवाल: पुष्पा 2 से छावा तक की सफलता पर क्या कहना चाहेंगी और इसका श्रेय किसे देना चाहेंगी?
जवाब: रश्मिका हंसते हुए बताती हैं कि मुझे लगता है मेरी सफलता के पीछे लक, मेहनत और सपोर्ट सब कुछ है । क्योंकि बहुत से लोग हैं जो मुझसे सीनियर और बहुत अच्छे हैं, फिर भी वे मुझे पसंद करते हैं और मेरा समर्थन करते हैं। मेरी किस्मत भी इसमें बड़ी भूमिका निभाती है, जो मुझे सही दिशा की ओर ले जाती है। एक साउथ इंडियन लड़की जो आज महाराष्ट्र की रानी का किरदार निभा रही है, यह मेरे लिए बहुत आश्चर्यजनक है। हमने संभाजी महाराज के बारे में किताबों में पढ़ा, लेकिन कभी व्यक्तिगत तौर पर उनसे जुड़ने का अवसर नहीं मिला। छावा का हिस्सा बनने के बाद मैं उनके जीवन के बारे में बहुत कुछ जान पाई और उनसे गहरा जुड़ाव महसूस किया।
सवाल: ऐसी कोई याद, आदत या कुछ और जो आपने शूटिंग के दौरान सीखा हो और जिसे आप लाइफ टाइम अपने साथ रखेंगी?
जवाब: सेट पर हर दिन इतनी जल्दी खत्म हो जाता था लेकिन हर दिन बहुत खास रहा। फिल्म खत्म होने के बाद मैं बहुत भावुक हो गई थी। मुझे कुछ दिन मिले, लेकिन सेट पर मैं हर किसी से जुड़ गई थी। जूलरी, कपड़े, और कैरेक्टर हर चीज बहुत खूबसूरत थी। यह पूरी फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है।