Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 10 May, 2024 10:52 AM
मुंबई। क्रिकेट का क्रेज तो दुनियाभर में देखने को मिलता है। हर कोई क्रिकेट का दिवाना है और IPL के लिए तो फैंस में अलग ही क्रेज देखने को मिलता है। इसी के चलते ‘जियो धन धना धन’ के वीजेता आदित्य साहनी ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश है मुख्य अंश:
Q- जीतने की कितनी खुशी है? क्या आपको विश्वास हो रहा है?
मुझे काफी अच्छा फील हो रहा है मैंने कभी सोचा नहीं था कि कोई मैच देखते देखते भी कुछ हासिल कर सकता है। मेरे मां-बाप कहते थे कि टाइम वेस्ट मत करो, मैच देखने में सारा दिन मत गुजारो। पैरेंट्स कहते थे कि मैच वो खेल रहे हैं तुम्हे क्या फायदा हो रहा है। लेकिन अब मेरे मां-बाप की सोच भी बदल गई है। बाइक आने के बाद मेरे पैरेंट्स खुश हैं।
Q- जैसा कि सभी सोचते हैं कि ये गेम फ्रॉड है, तो अब जब कोई आपको कहेगा कि ये तो फ्रॉड है तो आप उसको क्या जवाब दोगे?
-सच कहूं तो पहले तो मुझे भी लगता था कि ये फेक है, यहां सब अपने लोगों को ही जीताते होंगे, लेकिन अब मैं खुद इस चीज का लाइव एग्जांपल हूं तो मैं किसी को क्या ही कहूं। हमारे देश में क्रिकेट और पॉलिटिक्स दो ऐसे टॉपिक हैं हर कोई इसमें खुद को माहिर समझता है। लेकिन अगर मैं जीत सकता हूं तो कोई भी आम इंसान मैच देख कर अपनी किस्मत बदल सकता है।
Q- जियो धन धना धन के बारे में कैसे पता चला?
-मैं 2008 से IPL को फॉलो कर रहा हूं, लेकिन पिछले साल से आए बदलाव से मुझे काफी खुशी हुई और जबसे पंजाबी कमेंट्री आई तब से मैं रेगुलर देख रहा हूं। पहले मैं 8:30 बजे डिनर करता था, लेकिन IPL के बाद मैं मां को कहता था कि मुझे 7:30 से पहले डिनर करना है ताकी मैं मैच टाइम पर देख सकूं।
Q- पहले पैरेंट्स डांटते थे तो अब जीत के बाद क्या वो शाबाशी देते हैं?
-हां, अब मेरे पैरेंट्स को पता लग गया है कि मैच देखना कोई टाइम वेस्ट नहीं हैं। अब तो मेरे पैरेंट्स ने भी मैच देखना शूरू कर दिया है अब वो भी अपना लक आजमाना चाहते हैं।
Q- जैसा की आपने कहा कि जियो सिनेमा के आने के बाद आपका एक्सपीरियंस बदल गया है, तो क्या बदलाव आया है?
-जी हां, अब यह एप काफी इंटरैक्टिव हो गई है काफी ने इंटरैक्टिव को एड कर दिया गया है। अब तो विनर्स का नाम भी ऑन एयर लिया जाता है।
Q- जैसा कि अब रीजनल लैंग्वेज में कमेंनट्री होने लगी है तो आपके फेवरेट कमेंटर कौन है?
-वैसे तो मुझे सभी पसंद है लेकिन एक मेरे फेवरेट हैं Sunil Taneja जी। वो पंजाबी गानो के लिरिक्स को ही कमेंट्री में बदल देते है जो सुनने में काफी मजेदार लगता है।
Q- आप एक स्टूडेंट हैं और अब आप बाईक जीत चुके हो तो, कहीं घूमने भी जाते हो?
-जी हां, चंडीगढ़ तो सारा घूमने वाला शहर है, तो हम वहां खूब घूमते हैं दोस्तों के साथ मस्ती करते हैं। लेकिन इन सब से पहले मैं गुरुद्वारा जाउंगा और भगवान का धन्यवाद करूंगा।
Q- खुद जीत हासिल करने के बाद आप बाकी लोगों को कैसे अपने एक्सपीरियंस से इंसपायर करोगे?
-मैं तो सभी को इनकरेज करना चाहूंगा कि सभी इस गेम को खेले औज जीते। लोगों का डर भी सही है क्योंकी आजकल फ्रोड बहुत होते हैं। जब मैं जीत सकता हूं तो कोई भी जीत सकता है।