Edited By Varsha Yadav,Updated: 12 Mar, 2024 02:14 PM
फिल्म रजाकार को लेकर प्रोड्यूसर और BJP मेंबर गुडूर नारायण रेड्डी ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की।
नई दिल्ली। सच्ची घटना पर आधारित फिल्म ‘रजाकार’ 15 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने को तैयार है। इसके डायरेक्टर और राइटर याता सत्यनारायण हैं। फिल्म 'मूक नरसंहार' पर बनी है। रजाकार' फिल्म हैदराबाद के सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान के शासन के दौरान हिंदुओं के 'मूक नरसंहार' के बारे में है। फिल्म की कहानी 1948 के हैदराबाद मुक्ति आंदोलन के इर्द-गिर्द घूमती नजर आएगी। फिल्म में गुंडरामपल्ली, पारकाला, भैरनपल्ली गांवों में हुए अत्याचारों को दिखाया जाएगा। फिल्म को लेकर प्रोड्यूसर और BJP मेंबर गुडूर नारायण रेड्डी ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की।
सवाल: राजनीति के बाद आपने अब फिल्मों में एंट्री ली है। तो ऐसे में रजाकार बनाने का क्या उद्देश्य है?
इतिहास को सिनेमा के रूप में लाना इतना आसान नहीं होता हैं और हम इस फिल्म से हैदराबाद का वो नरसंहार जो हमने बचपन से सुना, जाना और हमारे पूर्वज जिन्होंने इसका सामना किया उसको सबके सामने लाना चाहते हैं। इस नरसंहार में महिलाओं की बहुत दुर्गति हुई थी। मैं इस फिल्म से युवाओं की आंखें खोलना चाहता हूं। ताकि कभी कोई दूसरा 'रजाकार' पैदा ना हो। मुझे खुद भगवान ने इस इतिहास को सामने लाने की ताकत दी है। मुझे ऐसा मन में हुआ कि मुझे इस नरसंहार को सबके सामने लाना है वो अत्याचार जो मासूम लोगों पर हुआ उसको सबको दिखाना है इसलिए ही ये फिल्म बनाई है। हम इस फिल्म को बनाकर इतिहास का हिस्सा बनना चाहते हैं, क्योंकि इतने सालों में ये फिल्म बनाने की हिम्मत किसी कि नहीं हुई।
सवाल: फिल्म की कहानी इतिहास से जुड़ी है तो एसे में आपके लिए इसकी की कास्टिंग करना कितना मुश्किल रहा।
जब हमने इस फिल्म को बनाने का तय किया तो कई एक्टर्स से बात कि लेकिन कई ने डर कर फोन तक पर बात नहीं की। कई एक्टर्स से फिल्म में काम करने के लिए पूछा था। एक्टर्स ने डरकर फिल्म में काम करने से मना कर दिया। उनका मानना था कि इस फिल्म में काम करने से बहुत कॉन्ट्रोवर्सी होगी। हमारी इस फिल्म में कोई बड़ा स्टार कलाकार नहीं हैं क्योंकी हमारी इस फिल्म का असली हीरो तो सरदार वल्लभ भाई पटेल ही हैं।
सवाल: ऐसे विषयों पर जब फिल्में बनती है तो मेकर्स, एक्टर्स को अक्सर धमकियों का सामना करना पड़ता है क्या आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ?
जब से हमने तय किया कि इस पर फिल्म बनानी है और उसकी शूटिंग शुरू कि जिसमें बहुत तकलीफों का सामना किया हमने। तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) पार्टी ने हमें काफी परेशान किया। कई बार फिल्म से जुड़े लोगों को भी धमकी दी थी। इसके साथ ही कई लोगों ने जो इसके खिलाफ थे शूटिंग रोकने कि कोशिश भी की गई। मगर हमने किसी भी धमकी से डरकर शूटिंग नहीं रोकी और आज हमारा सिनेमा बनकर रिलीज के लिए तैयार है।
सवाल : इस फिल्म को बनाना आपके लिए कितना चुनौतीपूर्ण रहा?
इस फिल्म को बनाना मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। साथ ही कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। शूटिंग रुकवाने के लिए बहुत सी कोशिशें की गईं। इसके अलावा बजट को लेकर काफी चैलेंज सामने आए। हमने 16 करोड़ तक बजट सोचा था। इतने बजट के हिसाब से फिल्म की तैयारी शुरू की थी। लेकिन फिर किसी तरह का समझौता नहीं करना था तो 20 फिर 30 करोड़ किया और देखते ही देखते फिल्म का बजट 50 करोड़ तक पहुंच गया। हम फिल्म में किसी चीज की कमी नहीं रखना चाहते थे। तो बजट बढ़ता गया।
सवाल: रजाकार' के ट्रेलर लॉन्च पर कंगना रनौत को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था इसकी कोई खास वजह?
कंगना को फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर हमने इनवाइट किया था क्योंकि कंगना मेरी फेवरेट एक्ट्रेस हैं। मुझे कंगना का बेबाक अंदाज बेहद पसंद है। वह सच बोलने से डरती नहीं हैं। मेरी तरह वह भी हिम्मत वाली और निडर हैं। यही वजह थी कि फिल्म का ट्रेलर लॉन्च के मौके पर कंगना को बुलाया गया था।
सवाल: कहीं न कहीं फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है कि यह एक विशेष समुदाय के खिलाफ है क्या कहेंगे इस पर?
यह फिल्म किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है। हैदराबाद में सभी धर्म मिलजुल कर प्यार से रहते हैं। हमारी ये फिल्म रजाकारों और निजाम के अत्याचारों की खिलाफत करती है। अगर इस फिल्म से किसी को एतराज होगा तो वह केवल निजाम और रजाकारों के वंशज ही होंगे। ये कोई फिक्शन स्टोरी नहीं है हम इतिहास को सिनेमा के रूप में दिखा रहे हैं। केवल सच्चाई जो हुआ उस साल उसको सबके सामने ला रहे हैं।