Updated: 09 Aug, 2024 12:16 PM
यहां पढ़ें कैसी है फिल्म घुड़चढ़ी
'घुड़चढ़ी' (Ghudchadi)
निर्देशक : बिनॉय के गांधी (Binoy k Gandhi)
स्टारकास्ट : संजय दत्त (Sanjay Dutt) , रवीना टंडन (Raveena Tandon), पार्थ समथान (Parth Samthaan), खुशाली कुमार (Khushali Kumar), अरुणा ईरानी (Aruna Irani)
प्लेटफार्म :जिओ सिनेमा
रेटिंग : 3.5*
Ghudchadi: लम्बे समय के बाद संजय दत्त और रवीना टंडन को दर्शक फिर से रोमांस करते देख सकेंगे , लेकिन इस बार रोमांस में विलेन कोई और नहीं बल्कि इनके बच्चे बनेंगे, क्योंकि इनके बच्चों का भी आपस में रोमांस परवान चढ़ रहा है। ऐसे ही उलझी हुई रोमांटिक कॉमेडी लेकर आए हैं बिनॉय के गांधी, जिनके निर्देशन में बनी फिल्म 'घुड़चढ़ी' 9 अगस्त को जिओ सिनेमा पर रिलीज हो चुकी है।
कहानी
वीर शर्मा (संजय दत्त) के बेटे चिराग शर्मा (पार्थ समथान) का प्यार मेनका (रवीना टंडन) की बेटी देविका (खुशाली कुमार) के साथ परवान चढ़ रहा है। लेकिन इस दौरान संजय दत्त की मुलाकात रवीना टंडन से हो जाती है और एक अरसे पहले दबे उनके अरमान फिर से जाग जाते हैं और उनकी प्रेमकथा शादी तक पहुँचने लगती है। अब क्या इनके बच्चे इनकी शादी में रोड़ा बनेंगे या ये दोनों अपने बच्चों की शादी में रोड़ा बनेंगे , इन सब सवालों के जवाब आपको ये फिल्म देखकर मालूम होंगे। फिल्म में दो पीढ़ियों का प्यार को मजेदार अंदाज में दिखाया गया है , और इस रोमांटिक कहानी में कॉमेडी का तड़का भी लगाया गया है।
एक्टिंग
संजय दत्त ने हमेशा की तरह अच्छी एक्टिंग की है उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। उनकी शख्सियत का रुआब फिल्म में पूरी तरह झलकता है। रवीना टंडन फिल्म में एक फ्रेशनेस लेकर आती हैं। उन पर उम्र का कोई प्रभाव नहीं झलकता। उन्होंने अपना चुलबुलापन बरकरार रखा है। पार्थ समथान ने भी अच्छा अभिनय किया है और अपना सौ फ़ीसदी दिया है। इससे पहले भी वे कई टीवी शोज कर चुके हैं और अब उनकी एक्टिंग में गंभीरता साफ देखी जा सकती है। खुशाली कुमार दिखने में सुन्दर लगी हैं और उन्होंने अच्छा अभिनय किया है। फिल्म में अरुणा ईरानी ने भी कल्याणी देवी का शानदार किरदार निभाया है।
डायरेक्शन
बिनॉय के गांधी का निर्देशन काफी सधा हुआ है, उन्होंने कहीं भी कहानी को नीरस नहीं पड़ने दिया और दर्शक फिल्म देखकर खुश मिजाजी का अहसास करता है। उन्होंने एक्टर्स का चयन बड़ी सावधानी से किया है और अपने इस प्रयास में वे पूरी तरह सफल हुए हैं। फिल्म के तकनीकी पक्ष में फोटोग्राफी , स्क्रीनप्ले और एडिटिंग आदि उत्तम दर्जे की है। संक्षेप में कहा जा सकता है फिल्म में वो सब एलिमेंट हैं जो इसे एक पारिवारिक रोमांटिक कॉमेडी बनाते हैं।
म्यूजिक
फिल्म में संगीत तनिष्क बागची और सुखबीर ने दिया है और गीत भी तनिष्क बागची और सुखबीर के हैं। फिल्म का संगीत मधुर है और इसके गाने चार्टबस्टर पर धूम मचा रहे हैं। फिल्म में दो गाने हैं और दोनों ही पंजाबी भाषा में हैं। दिल वसदा और पंजाबी मुंडे पौण भंगड़ा दोनों ही गानें मजेदार हैं।