Updated: 01 May, 2024 12:54 PM
संजय लीला भंसाली की मच अवेटेड पीरियड ड्रामा वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ आज नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो गई है। इससे पहले यहां पढ़िए कि यह सीरीज कैसी है...
सीरीज: ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ (Heeramandi: The Diamond Bazaar)
कलाकार : मनीषा कोइराला (Manisha Koirala), सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha),अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari), ऋचा चड्ढा (Richa Chadha), संजीदा शेख (Sanjeeda Sheikh), शर्मिन सहगल (Sharmin Segal), शेखर सुमन (Shekhar Suman),अध्ययन सुमन (Adhayan Suman) और फरदीन खान (Fardeen Khan)
निर्देशक : संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali)
OTT : नेटफ्लिक्स (Netflix)
रेटिंग : 4
Heeramandi: The Diamond Bazaar संजय लीला भंसाली की मच अवेटेड पीरियड ड्रामा वेब सीरीज ‘हीरामंडी’अब आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं। यह सीरीज ब्रिटिश शासन के दौरान लाहौर के हीरामंडी रेड-लाइट एरिया में वेश्याओं की लाइफ पर बेस्ड है। इसमें मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख और शर्मिन सहगल शेखर सुमन, फरदीन खान, अध्ययन सुमन और फरीदा जलाल भी अहम किरदारों में हैं।
आलिशान सेट, भव्य परिधान और ज्वैलरी की शानो शौकत से सजी पीरियाडिक ड्रामा 'हीरामंडी द डायमंड' बाजार एक ऐसी सम्मोहक सीरीज है जो किसी भी दर्शक को अपने वश में करने का मादा रखती है । फिल्मों में जहाँ हम 'मुग़ल ए आजम' और 'उमराव जान' जैसी फिल्मों की मिसाल देते हैं, उसी श्रेणी को पुनर्भाषित करती है हीरामंडी, जो कला के जादूगर और दिग्गज लेखक और निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की एक अद्भुत रचना है । शानदार कलाकारों और गीत संगीत से रूबरू कराती यह वेब सीरीज एक मई से नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है।
कहानी
आजादी से पहले लाहौर की पृष्ठभूमि पर बनी इस सीरीज की कहानी हीरामंडी क्षेत्र में रहने वाली तवायफों की है, जिनके हुस्न , कला और हुनर के सामने नवाब तक अपने घुटने तक देते थे और पूरी तरह लुट जाते थे। उस समय अंग्रेजों का शासन था और एक तरफ आजादी का भी संघर्ष चल रहा था। लेकिन इन तवायफों की भी अपनी एक वेदना थी जिसका वो इजहार नहीं करती थी और घुटती रहती थीं। क्या थी इनकी वेदना और कैसे इन तवायफों ने आजादी में अपनी शानदार भूमिका निभाई, जिसका इतिहास में कहीं जिक्र नहीं , यह सब देखने के लिए आपको नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही इस वेब सीरीज को देखना पड़ेगा। फिल्मों के जादूगर संजय लीला भंसाली की यह सीरीज एक ऐसा रोलर कोस्टर है जिसका आनंद हर कोई लेना चाहेगा।
एक्टिंग
हीरामंडी में हर कलकार हीरे की तरह चुनकर लिया गया है, जिसके लिए भंसाली की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। मनीषा कोइराला एक मुद्दत के बाद दिखी हैं और उन्होंने साबित कर दिया किया कि वो कितनी शानदार कलाकार हैं । मल्लिका जान का किरदार उन्होंने इस बखूबी से निभाया है कि देखकर लगता है मानो ये किरदार उन्ही के लिए लिखा गया हो। फ्रीदां के किरदार में सोनाक्षी सिन्हा इस सीरीज की दूसरी बड़ी कलाकार हैं, जो जितनी दिखने में खूबसूरत लगी हैं उतना ही उन्होंने अपने किरदार के साथ भी पूरा पूरा न्याय किया है ।
बिब्बोजान के किरदार में अदिति राव हैदरी, लाज्जो के किरदार में ऋचा चड्ढा, वहीदा के किरदार में संजीता शेख ने भी शानदार एक्टिंग की है। हीरामंडी में एक अरसे बाद फरदीन खान और शेखर सुमन भी दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने अपनी एक्टिंग से दर्शकों को अभिभूत किया है । अध्यन सुमन, फरीदा जलाल आदि कलाकारों ने भी शानदार ढंग से स्पोर्ट किया है।
निर्देशन
संजय लीला भंसाली द्वारा लिखी गए इस शानदार रचना का निर्देशन खुद संजय लीला भंसाली ने किया है। भंसाली जी अपने फील्ड के ऐसे धुरंधर निर्देशक हैं जो हर बार रचनात्मकता के एक नई मिसाल पेश करते हैं । पीरियाडिक ड्रामा के लिए देशकाल, वातावरण, वेशभूषा , बोलचाल का लहजा आदि कई बातों का ध्यान रखा जाता है और इन मापदंडों पर संजय भंसाली ने कहीं भी ढीलाई नहीं दिखाई। उनके द्वारा लिखी यह कहानी जितनी सशक्त है उतना ही उनका निर्देशन। अपने हर कलाकार से उन्होंने शानदार काम लिया है । यह उनकी क़ाबिलियत ही है कि उनके निर्देशन में बनने वाली हर रचना में रोल पाना कलाकार अपना भाग्य समझते हैं । उन्होंने डायलॉग भी शानदार लिखे हैं, जो संक्षिप्त और असरदार हैं।
म्यूजिक
इस सीरीज में कई गाने राग पर आधारित हैं और पारम्परिक गीत हैं जो उस समय के हिसाब से बिलकुल सही लगते हैं । लेकिन इन गानों में आधुनिकता का फ्यूज़न भी है जो आजकल के दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाये गए हैं । ए एम तुराज, आमिर खुसरो के गीतों को संगीत दिया है नरेन चंदावरकर और बेनेडिक्ट टेलर ने। श्रेया घोषाल और राजा हसन ने गानों को आवाज दी है जो सुनने में काफी मधुर हैं। यह वेबसेरीज कलात्मकता की एक नई मिसाल पेश करती है जिसका हर सीन भव्य है और सीरीज देखने के बाद काफी समय तक आंखों के आगे घूमता रहता है और कहानी ऐसी है कोई भी सीट छोड़ कर इधर उधर नहीं जाएगा।