Updated: 14 Nov, 2024 06:51 PM
यहां पढ़ें कैसी है फिल्म कंगुवा
फिल्म: कंगुवा (kanguva)
निर्देशन: शिवा (Shiva)
स्टारकास्ट: सूर्या(Surya)बॉबी देओल(Bobby Deol)दिशा पाटनी(Disha Patani)योगी बाबू (Yogi Babu) कार्तिकेय
रेटिंग-3*
kanguva: बॉबी देओल और सूर्या की फिल्म कंगुवा रिलीज हो गई है। फिल्म का निर्देशन शिवा ने किया है। कंगुवा एक बिग बजट मूवी है जिसे लगभग 350 करोड़ रुपये से ज्यादा के बजट में तैयार किया गया है। यही नहीं फिल्म को सात अलग-अलग देशों में शूट किया गया है। एक सीन को तो 10 हजार लोगों के साथ शूट किया गया था। फिल्म में बॉबी देओल और सूर्या के अलावा दिशा पटानी भी मुख्य भूमिका में हैं। आइए जानते हैं कि कैसी है बॉबी देओल और सूर्या की ये फिल्म।
कहानी
फिल्म की कहानी दो अलग-अलग समय अवधि, 1070 और 2024 में बंटी हुई है। प्राचीन काल में, पेरूमाची कबीले के युवराज कंगुवा (सूर्या) अपने दुश्मन के बेटे पूर्वा की जान बचाता है। हालांकि वह उसका शत्रु है, फिर भी कंगुवा पूर्वा की मां से किया वचन निभाने की पूरी कोशिश करता है और उस बच्चे की रक्षा करता है। वहीं, वर्तमान समय में, फ्रांसिस (सूर्या) एक बाउंटी हंटर है, जो अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस से पैसे लेता है, और अपने दोस्त कोल्ट (योगी बाबू) के साथ मिलकर काम करता है। उसकी पूर्व प्रेमिका एंजेला (दिशा पाटनी) भी उसी धंधे में है। एक दिन, फ्रांसिस की मुलाकात एक रहस्यमयी लड़के जेटा से होती है, जिसके पास दिव्य शक्तियाँ हैं और जिसके पीछे खतरनाक रशियन माफिया पड़ा है। फ्रांसिस, न चाहते हुए भी, जेटा की जान बचाने के लिए अपने सारे संसाधन दांव पर लगा देता है। फिल्म में यह सवाल भी उठता है कि फ्रांसिस और कंगुवा दोनों समयों में अपनी-अपनी कोशिशों में सफल हो पाते हैं या नहीं। इसके लिए आपको सिनेमाघर का रुख करना होगा।
अभिनय
फिल्म में सभी कलाकारों ने अच्छी एक्टिंग की हैं। सूर्या एक प्राचीन योद्धा और मौजूदा समय के एक युवा के रोल में बढ़िया लगे हैं। बॉबी देओल भी विलन के रोल में जंचे हैं लेकिन उनसे इससे ज्यादा की उम्मीद की जा सकती है। दिशा पटानी का स्क्रीन टाइम ज्यादा नहीं है लेकिन जितना है उन्होंने अच्छे से निभाया है। वहीं फिल्म के बाकी कलाकारों ने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है।
निर्देशन
फिल्म का निर्देशन शिवा ने किया है। कंगुवा की दुनिया को बेहतरीन ढंग से पेश करने की कोशिश हुई है। कुछ ऐसे शॉट्स हैं जिन्हें आप पॉज़ कर के देखना चाहेंगे। फिल्म का स्क्रीनप्ले कमजोर है इसके साथ ही फिल्म के 2 पार्ट बनाने की वजह से ऐसा लग रहा है कि फिल्म को खींचा गया है। फिल्म का क्लाईमैक्स अच्छा है क्योंकि सरप्राइज देने की कोशिश की गई है। फिल्म में शानदार विजुवल्स और वीएफएक्स का प्रयोग किया गया है जो इसे और भी खास बनाता है।