mahakumb

Maidaan Review: अजय ने मार लिया 'मैदान'

Updated: 09 Apr, 2024 12:44 AM

maidaan review ajay kills  maidan

भारत में खेलों से जुड़ी  फिल्मों  ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल का प्रदर्शन किया है और ऐसी फिल्मों में थ्रिल तब और बढ़ जाता है जब वो सत्य घटना से प्रेरित हो या फिर किसी की जीवनी पर आधारित हो। भारत में ऐसे  ही विषयों पर आधारित कुछ फिल्में हैं।

फिल्म : मैदान  (Maidaan)       

रेटिंग : 4

स्टारकास्ट : अजय देवगन (Ajay Devgan), प्रियमणि और  गजराज राव (Priyamani and Gajraj Rao)   

निर्देशक : अमित शर्मा (Amit Sharma)

निर्माता : बोनी कपूर (Bony Kapoor) , ज़ी स्टूडियो  (Zee Studio)

 

Maidaan: भारत में खेलों से जुड़ी  फिल्मों  ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल का प्रदर्शन किया है और ऐसी फिल्मों में थ्रिल तब और बढ़ जाता है जब वो सत्य घटना से प्रेरित हो या फिर किसी की जीवनी पर आधारित हो। भारत में ऐसे  ही विषयों पर आधारित कुछ फिल्में हैं चक दे -(हॉकी), भाग मिल्खा भाग (रनिंग), मैरी कौम (बॉक्सिंग) , पन्गा (कबड्डी)  और दंगल और सुलतान (कुश्ती) , जिन्होंने न केवल सफलता का परचम लहराया बल्कि लोगों को खेलों के प्रति प्रेरित भी किया ।  यही कारण है कि  फिल्मकार भी थोड़े-बहुत  समय के अंतराल पर ऐसी फिल्में लाते रहते हैं और इस विषय को भुनाने की भरपूर  कोशिश करते  हैं और उनकी यह कोशिश काफी हद तक सफल भी रहती है । इसी क्रम में फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम के जीवन पर आधारित फिल्म 'मैदान ' 10 अप्रैल को सिनेमा घरों में रिलीज हो रही है ।  बोनी कपूर और  ज़ी स्टूडियो  द्वारा निर्मित इस फिल्म में अजय देवगन और प्रियमणि प्रमुख भूमिकाओं में हैं ।

 

कहानी

 वर्ष 1952-1962की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम (अजय देवगन द्वारा अभिनीत ) के संघर्ष को दिखाया गया है जो दृढ निश्चय और समर्पण भावना से फुटबॉल के खेल में भारत को एक अहम स्थान दिलवाने का संकलप लिए हुए हैं  । अपने इस स्वाभाव के कारण उन्हें कई बार शिकस्त और जगहंसाई  का भी सामना करना पड़ता है । लेकिन इन सब की परवाह किये बिना वो अपने मकसद से विचलित नहीं होते । टीम में खिलाड़िओं के चयन से लेकर उन्हें जितवाने की जिद तक के बीच उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यह आपको फिल्म देखकर पता चलेगा । फिल्म का विषय जितना मजबूत है उतना ही इसका मुख्य किरदार  । अपनी कहानी के साथ  फिल्म अंत तक दर्शकों को सीटों से बंधे रहने पर मजबूर कर देती है ।  यह   फिल्म एक सम्पूर्ण मनोरंजन फिल्म है जिसमें  एक्शन, थ्रिल , कॉमेडी, ड्रामा, इमोशन सब कुछ है  ।   

 

एक्टिंग

 फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम के किरदार में अजय देवगन जबरदस्त लगे हैं ।  शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ  चेहरे पर गंभीर भाव और दमदार आवाज़ में उन्होंने अभिनय की शानदार मिसाल पेश की है । उनकी एक्टिंग देखकर लगता है कि उन्होंने इस फिल्म के मुख्य किरदार के लिए गहन अध्यन किया है। अपने हर पहलू पर उन्होंने शानदार काम किया है, और एक्सप्रेशन भी कमाल के दिए हैं  ।  उनके अपोजिट प्रियमणि ने रहीम की पत्नी रूना रहीम का किरदार निभाया है। प्रियमणि शानदार अभिनेत्री हैं जो अभिनय के हर पहलू से अच्छी तरह वाकिफ हैं  । उन्होंने  अपने किरदार को बेहतरीन ढंग से पेश किया है और एक्टिंग में अपना सौ फीसदी दिया है  । फिल्म में गजराज राव ने भी रोचक किरदार निभाया है ।  प्रभु घोष  का  रोल उन्होंने परदे पर बखूबी पेश किया है जो कि एक सिलेक्टर है ।वो समय समय पर अजय देवगन और उनके द्वारा चयनित टीम पर  पर टीका टिप्पणी करता रहता है । लेकिन यह किरदार दर्शकों को खास तोर से आकर्षित करेगा। कुल मिलकर सभी कलाकारों ने अपना श्रेष्ठतम पेश किया है।   

 

निर्देशन

स्पोर्ट्स से जुड़ी किसी व्यक्ति कि बायोग्राफी परदे पर पेश करना चुनौती से कम नहीं है लेकिन निर्देशक अमित शर्मा ने यह चुनौती न केवल सहर्ष स्वीकार की बल्कि वे इसमें सफल रहे हैं। 50 और 60 के दशक के   देशकाल और वातावरण को साक्षात परदे पे पेश किया है। बारीक से बारीक चीज का खास ख्याल रखा है, फिर वो चाहे परिवहन हो, परिधान हों या फिर  राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक   परिवेश हो  । कलकारों से बेहतरीन काम लिया है और एडिटिंग भी सटीक की है , फिल्म कहीं भी ढीली पड़ती दिखाई नहीं देती और न ही बेवजह खींची दिखाई देती है। डायलॉग छोटे और  प्रभावी हैं। 

 

म्यूजिक

फिल्म का एक और मजबूत पहलू है इसका संगीत जो की ए आर रेहमान ने दिया है । बैकग्राउंड म्यूजिक से लेकर गानों के संगीत तक रेहमान ने मधुर और कर्णप्रिय धुनें दी हैं । फिल्म के गीत मनोज मुन्तशिर, एमसी हीम , सरस्वती पुत्र,रमजोज्ञाय शास्त्री , दविंदर सिंह और स्लो चीता ने लिखे हैं । गीतों को अपनी आवाज दी है -ऋचा शर्मा , जावेद अली , ए आर रेहमान , नकुल  अभ्यंकर , वैशाली सामंत और एम सी हीम ने । मिर्जा , टीम इंडिया हैं हम और रंगा रंगा आदि पहले से ही चार्टबस्टर पर धूम मचा रहे हैं । कुल मिलकर कहा जा सकता है की मैदान  फिल्म दर्शकों को वो भरपूर मनोरंजन देने में सक्षम है जो आज का दर्शक चाहता है। फिल्म में  एक्शन, इमोशन, थ्रिल, ड्रामा  और हलकी फुलकी कॉमेडी का तड़का दर्शकों को खूब लुभाएगा

Related Story

    Trending Topics

    Afghanistan

    134/10

    20.0

    India

    181/8

    20.0

    India win by 47 runs

    RR 6.70
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!