Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 16 Apr, 2025 11:01 AM
मनोज बाजपेयी की 'Silence 2' को एक साल हुआ पूरा, को-स्टार पारुल गुलाटी ने सेट से सीखी गई बातों को याद करते हुए साझा की एक खास तस्वीर
मुंबई। ‘साइलेंस 2: द नाइट आउल बार शूटआउट’ को रिलीज़ हुए एक साल पूरा हो गया है, और इस मौके पर अभिनेत्री पारुल गुलाटी ने फिल्म से जुड़ी अपनी यादें और अनुभव साझा किए हैं। इस थ्रिलर फिल्म में पारुल ने एक नेगेटिव किरदार निभाया था, जो उनके लिए एक नया और चुनौतीपूर्ण अनुभव था।
पारुल ने इस फिल्म को अपने करियर का एक अहम मोड़ बताया और कहा कि इसने उन्हें अपने अभिनय के एक नए और गहराई भरे पक्ष को एक्सप्लोर करने का मौका दिया। लेकिन इस सफर को और भी खास बना दिया मनोज बाजपेयी के साथ स्क्रीन शेयर करने के अनुभव ने।
पारुल कहती हैं, “साइलेंस 2 मेरे लिए बेहद खास थी। पहली बार मैंने इतना ग्रे और नेगेटिव कैरेक्टर निभाया, और ये मेरे लिए बहुत ही रोमांचक और रचनात्मक रूप से संतोषजनक अनुभव था। लेकिन जो चीज़ इसे और भी खास बनाती है, वो था मनोज बाजपेयी सर के साथ काम करना। सेट पर उनके साथ रहना मानो एक एक्टिंग स्कूल में होने जैसा था। वे दो दशकों से अधिक समय से लगातार शानदार परफॉर्मेंस दे रहे हैं, लेकिन फिर भी वो इतने ज़मीन से जुड़े और फोकस्ड रहते हैं। उनका हर सीन को करने का तरीका, उनकी शांति, और जिस सहजता से वो हर किरदार में उतर जाते हैं — ये सब कुछ देखकर मैं रोज़ कुछ न कुछ सीख रही थी, कभी-कभी तो बिना महसूस किए ही।”
पारुल ने यह भी बताया कि सेट का माहौल बेहद प्रोफेशनल, समर्पण से भरा और सहयोगात्मक था, जिससे कलाकारों को अपने अभिनय को बेहतर करने और प्रयोग करने का भरपूर मौका मिला।
‘साइलेंस 2’ आज भी अपनी दमदार कहानी और शानदार अभिनय के लिए याद की जाती है, और पारुल गुलाटी का किरदार इस फिल्म की सबसे खास बातों में से एक बनकर उभरा है — उनके अभिनय की गहराई और चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं को निभाने की लगन का प्रमाण।