Updated: 16 Jan, 2025 09:53 AM
अज्जमद बोप्पैया देवय्या, एक ऐसा नाम जो साहस और वीरता का प्रतीक बन चुका है, भारतीय वायु सेना के इतिहास में अपने अद्वितीय समर्पण और देशभक्ति के लिए याद किया जाता है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अज्जमद बोप्पैया देवय्या, एक ऐसा नाम जो साहस और वीरता का प्रतीक बन चुका है, भारतीय वायु सेना के इतिहास में अपने अद्वितीय समर्पण और देशभक्ति के लिए याद किया जाता है। एक ऐसा पायलट, जिसे अपनी निडरता और अवज्ञाकारी स्वभाव के लिए जाना जाता था, स्क्वाड्रन लीडर देवय्या केवल कर्तव्यनिष्ठ नहीं थे, बल्कि वे असाधारण साहस के प्रतीक थे।
1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान, देवय्या ने पाकिस्तान के सबसे कड़े सुरक्षा वाले ठिकाने - सर्गोधा को नष्ट करने के लिए एक साहसिक मिशन पर कदम रखा। जैसे ही मिशन अपने चरम पर पहुंचा, वे एक अत्यधिक शक्तिशाली दुश्मन से सामना कर रहे थे - पाकिस्तान वायु सेना का F-104 स्टारफाइटर, जो अपने समय का सबसे तेज और उन्नत विमान था। लेकिन, इस निडर पायलट के लिए, पीछे हटना कोई विकल्प नहीं था।
देवय्या ने अपनी अद्भुत कौशल और निडरता से स्टारफाइटर से मुकाबला किया। हालाँकि, हालात उनके पक्ष में नहीं थे, लेकिन उन्होंने दुश्मन विमान को मात दी। यह अद्वितीय उपलब्धि उन्हें 1965 के युद्ध में भारतीय वायु सेना का अकेला पायलट बनाती है, जिसने स्टारफाइटर को हराया। यह साहसिक feat उनके अद्वितीय साहस का प्रमाण था।
हालांकि, यह जीत एक भारी कीमत पर आई। देवय्या का मिस्टेयर विमान इस मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया और वे अपने विमान को सुरक्षित रूप से वापस बेस तक नहीं ले जा सके। उनका विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में गिर गया, और इस प्रकार उन्होंने अपने मिशन की रक्षा के लिए अपनी जान की आहुति दी।
सर्गोधा पर हमले में देवय्या की महत्वपूर्ण भूमिका ने न केवल पाकिस्तानी वायु सेना को झटका दिया, बल्कि उन्हें अपनी रणनीति में भी बदलाव करना पड़ा।
यह 1988 में, उनके निधन के 23 साल बाद था, जब स्क्वाड्रन लीडर देवय्या को मरणोपरांत महा वीर चक्र, भारत का दूसरा सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पुरस्कार दिया गया। वे भारतीय वायु सेना के एकमात्र अधिकारी हैं, जिन्हें यह सम्मान मरणोपरांत प्राप्त हुआ।
अब, स्क्वाड्रन लीडर देवय्या की असाधारण जीवनगाथा को आगामी फिल्म स्काई फोर्स के माध्यम से प्रेरित किया जाएगा, जो 24 जनवरी, 2025 को रिलीज़ हो रही है। अभिषेक अनिल कपूर और संदीप केवलेनी द्वारा निर्देशित, इस फिल्म में अक्षय कुमार और वीर पहारिया मुख्य भूमिका में हैं। वीर पहारिया इस नायक के किरदार में अपनी शुरुआत कर रहे हैं।
फिल्म का ट्रेलर पहले ही दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ चुका है, जो देवय्या की अडिग भावना और 1965 के भारत-पाक युद्ध में उनके महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करता है। स्काई फोर्स न केवल भारतीय वायु सेना के अधिकारियों की वीरता का उत्सव है, बल्कि देवय्या की अतुलनीय बहादुरी पर भी प्रकाश डालता है।
वीर पहारिया के लिए, स्क्वाड्रन लीडर देवय्या का किरदार निभाना सिर्फ एक भूमिका नहीं, बल्कि एक सच्चे नायक की आत्मा को समझने और उसे जीने की यात्रा रही है। इस किरदार की तैयारी के दौरान, वीर ने देवय्या के परिवार से मुलाकात की, ताकि वे इस महान व्यक्तित्व को और गहरे से समझ सकें। वीर का देवय्या की पत्नी के पैर छूते हुए वायरल हुआ एक फोटो उनकी श्रद्धा और विनम्रता को दर्शाता है।
बताया जा रहा है कि वीर ने 1965 के युद्ध का अध्ययन किया और देवय्या के जीवन को समझने में काफी समय लगाया। उनकी मेहनत फिल्म के ट्रेलर में साफ झलकती है, जहां उनकी परफॉर्मेंस में देवय्या की वीरता और आकर्षण जीवंत हो उठते हैं। समीक्षकों और दर्शकों ने वीर की प्रशंसा की है, उनके अभिनय को देवय्या की जिंदादिली और बागी स्वभाव से जोड़ते हुए।