Updated: 20 Sep, 2024 01:42 PM
यहां पढ़ें कैसी है फिल्म युद्धरा
'युद्धरा' : Yudhra
स्टारकास्ट : सिद्धांत चतुर्वेदी (Siddhant Chaturvedi), मालविका मोहनन Malavika Mohanan, राघव जुयाल (Raghav Juyal), गजराज राव (Gajraj Rao) और राम कपूर (Ram Kapoor)
निर्देशक : रवि उद्यावर (Ravi Udyawar)
रेटिंग : 4*
Yudhra: फिल्म में राघव जुयाल और सिद्धांत चतुर्वेदी अलग लेवल का एक्शन करते नजर आ रहे हैं। एक्शन-ड्रामा मूवी 'युद्धरा' 20 सितम्बर यानि आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। युद्धरा की कथा और पटकथा श्रीधर राघवन की है और फिल्म में डायलॉग फरहान अख्तर और अक्षत घिल्डियाल के हैं। फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी, राघव जुयाल और मालविका मोहनन मुख्य भूमिका में हैं। सिद्धांत चतुर्वेदी जहां हीरो के रोल में हैं तो वहीं राघव जुयाल विलन का रोल निभा रहे हैं। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म युद्धरा।
कहानी
क्रोध की समस्या से जूझ रहा युद्धरा (सिद्धांत चतुर्वेदी) एक ताकतवर ड्रग सिंडिकेट को तबाह करना चाहता है जिसे फ़िरोज़ (राज अर्जुन) और उसका बेटा शफीक (राघव जुयाल ) चला रहे हैं। जब युद्धरा इन्हें ख़तम करने का निश्चय करता है तो उसे अपने क्रोध के कारण काफी भारी कीमत भी चुकानी पड़ती है क्योंकि क्रोध में भरा होने के कारण वह जीवन में कई गलत फैसले ले लेता है। क्या युद्धरा इस ड्रग सिंडिकेट को खतम करने में कामयाब होगा। अपने क्रोध के कारण उसे निजी जीवन में क्या कीमत चुकानी पड़ती है। उसके इस फैसले में उसका साथ कौन देता है और कौन उसे धोखा देता है , इन सब प्रश्नों के जवाब आपको फिल्म देखने पर पता चलेंगे। फिल्म की कहानी कुछ कुछ पुरानी फिल्मों की कहानी की तरह है जहां विलेन किसी शरीफ व्यक्ति को गुनाह के रास्ते पर चलने पर मजबूर कर देते हैं लेकिन फिल्म में एक्शन नए जमाने का है जो काफी शानदार है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी भी काफी शानदार है, फिल्म के कई सीन विदेश में भी शूट किये गए हैं जो काफी शानदार लगे हैं और आंखों को सुकून देते हैं।
एक्टिंग
फिल्म में अगर हीरो एक्शन वाला है तो उसके मुकाबले विलेन भी एक्शन में मास्टर होना चाहिए। सिद्धांत चतुर्वेदी ने जहां शानदार एक्शन सीन परफॉर्म किये हैं वहीँ राघव जुयाल ने भी फिल्म के नायक को जबरदस्त टक्कर दी है। दोनों ने अभिनय भी शानदार किया है और डायलाग डिलीवरी भी कमाल की पेश की। दोनों कहीं भी उनीस-इक्कीस नहीं बल्कि इक्कीस ही नज़र आये। राज अर्जुन ने भी शानदार अभिनय किया है वे राघव जुयाल के पिता बने हैं और ड्रग सिंडिकेट के मुखिया। अपने किरदार में वे आकर्षक लगे हैं। निखत की भूमिका में मालविका मोहनन भी सुन्दर लगी हैं और उन्होंने भी शानदार एक्टिंग की है। फिल्म में अन्य कलाकारों ने भी अपने शानदार अभिनय से फिल्म को पूरी तरह सपोर्ट किया हैं।
डायरेक्शन
फिल्म की कहानी और डायरेक्शन रवि उद्यावर का है। एक बेहतरीन कहानी की पटकथा को उन्होंने बखूबी पर्दे पर उतारा है। उन्होंने कलाकारों के चयन से लेकर उनसे बेहतरीन निकलने तक पर शानदार काम किया है। फिल्म का जॉनर एक्शन है और और इसे उन्होंने फिल्म के अंत तक पकड़कर रखा। एक्शन फिल्में देखने वालों को यह निराश नहीं करेगी क्योंकि फिल्म में एक्शन नेक्स्ट लेवल का है। एडिटिंग भी काफी सटीक हैं और कोई भी सीन ऐसा नहीं कि दर्शक सीट से इधर उधर जा पाए।
म्यूजिक
फिल्म के गीत जावेद अखतर ने लिखे हैं और संगीत दिया है शंकर एहसान लॉय ने। जैज़ धामी और सोन्ना रेले द्वारा गया गीत 'सोहनी लगदी' के बोल काफी अच्छे हैं और संगीत भी कर्णप्रिय है। विशाल मिश्रा और प्रतिभा सिंह वघेल द्वारा गया गाना 'साथिया' भी चार्टबस्टर पर धूम मचा रहा है। केली ड्रेमा, विशाल डडलानी और अर्श मोहम्मद द्वारा गया गीत 'हट जा बाज़ू ' के बोल और संगीत भी काफी अच्छा है। फिल्म के एक्शन को इसके बैकग्राउंड म्यूजिक ने अच्छी तरह सपोर्ट किया है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि यह फिल्म एक बेहतरीन एक्शन मूवी है जो एक्शन और ड्रामा देखने वालों को पूरी तरह पसंद आएगी और इसे पूरी फैमिली के साथ जाकर देखा जा सकता है। हालांकि फिल्म में एक्शन प्रमुख है लेकिन फिल्म में मेलोडी, ड्रामा, रोमांस आदि सब कुछ है और एक सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म है ।