Edited By ,Updated: 19 Mar, 2017 01:34 PM
हरियाणा सरकार की ओर से लड़कियों के पालन-पोषण व विकास के लिए महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर ‘अपनी बेटी, अपना धन’ नाम से स्कीम शुरू की थी।
रायपुररानी (रामेंद्र): हरियाणा सरकार की ओर से लड़कियों के पालन-पोषण व विकास के लिए महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर ‘अपनी बेटी, अपना धन’ नाम से स्कीम शुरू की थी। इस स्कीम के तहत लड़की के जन्म के बाद उसके माता-पिता कुछ राशि देकर अपनी लड़की के उज्वल भविष्य के लिए इन्दिरा विकास पत्र खरीदते हैं और 18 वर्ष की होने पर लड़की को विकास पत्र की कुल राशि ब्याज सहित दी जाती है लेकिन खंड रायपुररानी के लोग इस स्कीम से अपने आप को सरकार व अधिकारियों द्वारा ठगा-सा महसूस कर रहे हैं।
कस्बे की दो लड़कियां स्नेहलता व नितिका के परिजनों ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1998 में अपनी बेटियों के लिए ‘अपनी बेटी, अपना धन’ स्कीम के तहत 2500 रुपए की राशि के इन्दिरा विकास पत्र खरीदे थे। अब लड़कियों की आयु 18 वर्ष हुई और उन्होंने स्कीम की राशि निकलवाने के लिए आवेदन किया तो बाल विकास पंचायत अधिकारी ने उन्हें मात्र 5000 रुपए का चैक हाथ में थमा दिया। स्नेहलता के पिता बलदेव कुमार और नितिका के पिता रामकुमार ने बताया कि उन्हें बताया गया था कि इस स्कीम के अंतर्गत उनकी लड़कियों को 25,000 तक की राशि दी जाएगी। अब अधिकारियों की लापरवाही का खमियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।