Edited By Deepender Thakur,Updated: 27 Mar, 2025 01:38 PM

जेनेरिक दवाएं: गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा का आधार
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत में स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए, लीफोर्ड हेल्थकेयर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं को किफायती दामों पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति को उच्च-गुणवत्ता वाली, प्रभावी और सुरक्षित दवाएं उचित मूल्य पर मिल सकें।
जेनेरिक दवाएं: गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा का आधार
जेनेरिक दवाएं उन्हीं सक्रिय घटकों (Active Ingredients) से बनाई जाती हैं, जो ब्रांडेड दवाओं में होते हैं, लेकिन ये अधिक किफायती होती हैं। लीफोर्ड हेल्थकेयर WHO-GMP (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन – गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) प्रमाणित दवा निर्माण प्रक्रियाओं का पालन करता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीजों को सुरक्षित, प्रभावी और भरोसेमंद दवाएं मिलें।
लीफोर्ड हेल्थकेयर का मिशन:किफायती लेकिन उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं
सभी के लिए दवाओं की उपलब्धता – लीफोर्ड हेल्थकेयर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है, ताकि आवश्यक दवाएं हर व्यक्ति तक पहुंच सकें।
किफायती मूल्य निर्धारण – कंपनी का लक्ष्य यह है कि आम आदमी को भी चिकित्सा के लिए अधिक खर्च न करना पड़े और उन्हें प्रभावी उपचार मिले।
रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज़ोर – लीफोर्ड आधुनिक अनुसंधान एवं विकास (R&D) में निवेश कर रहा है, जिससे नए, अधिक प्रभावी और किफायती फार्मूले तैयार किए जा सकें।
जन-जागरूकता अभियान – जेनेरिक दवाओं के प्रति लोगों में विश्वास और जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य शिविर और शिक्षा अभियान चलाए जा रहे हैं।
भारत के हेल्थकेयर सेक्टर में लीफोर्ड की भूमिका
भारत में औषधि उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनते हुए, लीफोर्ड हेल्थकेयर ने हजारों फार्मेसियों, अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी का उद्देश्य भारत को ‘दुनिया की फार्मेसी’ बनाने के सपने को साकार करना है और सभी के लिए किफायती दवा सुनिश्चित करना है।
लीफोर्ड हेल्थकेयर, सरकार के “आयुष्मान भारत” और “मेक इन इंडिया” पहल का समर्थन करते हुए, भारतीय नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और किफायती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सतत प्रयासरत है। कंपनी का मानना है कि हर व्यक्ति को बिना वित्तीय बोझ के अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच मिलनी चाहिए।