Edited By Surinder Kumar,Updated: 26 Aug, 2024 02:30 PM
हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना संघ जिला ऊना ने केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पेंशन योजना को संशोधित कर यूनिफाइड पैंशन योजना को नकारते हुए कहा है कि बेशक कर्मचारी संगठनों की निरंतर बढ़ रही मांग के मध्यनजर केंद्र सरकार एक कदम आगे बढ़ी हैं परंतु देश तथा...
ऊना, (विशाल स्याल): हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना संघ जिला ऊना ने केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पेंशन योजना को संशोधित कर यूनिफाइड पैंशन योजना को नकारते हुए कहा है कि बेशक कर्मचारी संगठनों की निरंतर बढ़ रही मांग के मध्यनजर केंद्र सरकार एक कदम आगे बढ़ी हैं परंतु देश तथा प्रदेश के कर्मचारी केवल और केवल पुराणी पेंशन बहाली ही चाहते है। यहां जारी बयान में जिला अध्यक्ष विजय, जिला महासचिव नीरज सैनी , बरिषठ उपाध्यक्ष ताजेंद्र ठाकुर , उपाध्यक्ष सतीश कुमार , राज्य उपाध्यक्ष विनोद राणा, महिला विंग जिला अध्यक्ष नीना ठाकुर, खंड अध्यक्ष हरोली नरेश कुमार, खंड अध्यक्ष गग्रेट गुरबख्श सिंह, खंड अध्यक्ष बंगाना जितेंद्र शर्मा, खंड अध्यक्ष अंब वीरेंद्र कुमार, खंड अध्यक्ष ऊना प्रीतम कसाना आदि ने कहा कि वर्तमान समय में जब नौकरी 35-40 वर्ष की आयु तक ही मिलती है उस हालात में 25 वर्ष का सेवाकाल बहुत कम कर्मचारी पूरा कर पाएंगे। इसके अतिरिक्त यह पैंशन भी राष्ट्रीय पैंशन की तरह सरकार द्वारा नहीं बल्कि निजी संस्था के द्वारा संचालित होगी जिसके कारण कर्मचारियों में सदैव भय तथा असुरक्षा बनी रहेगी। यूनिफाइड पेंशन में अर्धसैनिक बलों तथा अस्थाई रूप से सेवाओं पर नियुक्त होने वाले कर्मचारियों को अत्यधिक हानि होगी।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम का पुरानी पेंशन स्कीम से किसी भी तरह मुकाबला नहीं है जिसमें कर्मचारियों को अंशदान नहीं होता तथा कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार जी.एफ. अकाउंट में अपने सेविंग को रखता है। पूरे देश में कर्मचारी इस स्कीम को कभी नहीं अपनाएंगे जो लगातार पुरानी पेंशन स्कीम के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम पूरी तरह से लागू है जिसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कर्मचारी वर्ग सदैव आभारी रहेगा। केंद्र हो अथवा अन्य राज्य की सरकारे सभी को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बहाल की गई पुरानी पेंशन का मॉडल हो अपनाना होगा तभी कर्मचारियों में अपने भविष्य को लेकर सुरक्षा बनी रहेगी। संघ नेताओं ने आशा की कि निश्चित रूप से एक दिन पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाल होगी।