Edited By Surinder Kumar,Updated: 18 Mar, 2025 12:27 PM

क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से गायब हुई लाखों रुपयों की ऑक्सीजन कॉपर पाइपों के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने एक और कारनामा कर दिखाया है। इस मामले में जांच की जद में चल रहे फार्मासिस्ट को फिर से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात कर दिया गया है...
ऊना (विशाल स्याल): क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से गायब हुई लाखों रुपयों की ऑक्सीजन कॉपर पाइपों के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने एक और कारनामा कर दिखाया है। इस मामले में जांच की जद में चल रहे फार्मासिस्ट को फिर से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात कर दिया गया है, जबकि अभी तक न तो पुलिस जांच पूरी हुई है और न ही विभागीय जांच। उक्त फार्मासिस्ट से पुलिस भी इस मामले को लेकर पूछताछ कर चुकी है और विभागीय जांच के दौरान भी उसे जांच के दायरे में रखा गया था। अभी तक इस मामले में किसी को क्लीनचिट भी नहीं मिली है। ऐसे में इस बड़े प्रकरण में सबूतों से छेड़छाड़ होने की आशंका भी प्रबल है।
स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों ने इस मामले की प्रारम्भिक जांच में मामला बड़ा होने के संकेत मिलने के बाद निदेशालय स्तर से विभागीय जांच करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन निदेशालय के अधिकारी इतने मेहरबान हैं कि अभी तक विभागीय जांच ही शुरू नहीं हो पाई है। वहीं, पुलिस इस मामले में पूर्व सीएमओ से लेकर कई अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान कलमबद्ध कर चुकी है और जांच को नियमित आगे बढ़ा रही है। इतने बड़े स्तर की जांच के दौरान अभी तक यह तो पाया गया है कि पाइपें क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के जिला स्टोर में पहुंची हैं लेकिन वहां से कहां गायब हो गईं इसका पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में कोविड अस्पताल बनाए गए थे जिनमें बाथू और पंडोगा भी शामिल थे। कोरोना संकट खत्म होने के बाद यहां से बाकी सारे सामान के साथ-साथ ऑक्सीजन की कॉपर पाइपों को भी स्टोर में लाया गया था। यहां कुछ सामान क्षेत्रीय अस्पताल के विभिन्न कमरों में रखा गया था, जिनमें से पाइपें गायब हो गईं। मामले का खुलासा तब हुआ था जब मातृ शिशु अस्पताल में ऑक्सीजन पाइपें लगाने के लिए हमीरपुर की फर्म को बुलाया गया और इन पाइपों की खोज शुरू हुई, लेकिन ये पाइपें मिली ही नहीं। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को लिखित शिकायत दी और जांच शुरू हुई।
सीएमओ डाॅ. एसके वर्मा का कहना है कि उक्त फार्मासिस्ट की तैनाती निदेशालय स्तर से की गई है। क्षेत्रीय अस्पताल में तो उन्हें सिर्फ ज्वाइनिंग दी गई है। सीएमओ ने माना कि उक्त फार्मासिस्ट भी जांच की जद में है। वहीं स्वास्थ्य निदेशक डाॅ. प्रकाश दड़ोच का कहना है कि उन्हें जांच के बारे में नहीं पता। सीएमओ ऊना से रिपोर्ट लेकर इस पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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