Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 04 Mar, 2025 12:16 PM

सीरिया के देइर अज़-ज़ोर प्रांत के अल बुकामल शहर में रमजान के दौरान एक बड़ा बम धमाका हुआ। इस धमाके में तीन लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
इंटरनेशनल डेस्क: सीरिया के देइर अज़-ज़ोर प्रांत के अल बुकामल शहर में रमजान के दौरान एक बड़ा बम धमाका हुआ। इस धमाके में तीन लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। यह धमाका अल बुकामल शहर के प्रवेश द्वार पर हुआ, जहां सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही कड़ी थी। इसके बावजूद, हमलावरों ने शहर के मुख्य प्रवेश बिंदु को निशाना बनाकर इस हमले को अंजाम दिया। धमाके की वजह से चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। बम धमाका एक पेट्रोल पंप के पास हुआ, जिससे पेट्रोल पंप में आग लग गई। आग तेजी से फैलने लगी, लेकिन स्थानीय दमकलकर्मियों और सिविल डिफेंस टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
तीन लोगों की मौत, कई घायल
इस धमाके में तीन निर्दोष लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 अन्य घायल हुए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। सीरिया की सिविल डिफेंस टीम ने मृतकों के शवों को निकालकर उनके परिवारों को सौंप दिया है। अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हमले की जांच में जुटी हुई हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस हमले के पीछे कौन लोग हैं।
गृहयुद्ध के बाद भी शांति पूरी तरह बहाल नहीं
सीरिया लंबे समय तक गृहयुद्ध की चपेट में रहा है और यहां की स्थिति अब भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है। हालांकि तख्तापलट के बाद हालात कुछ हद तक सुधरे हैं, लेकिन आतंकी हमले और बम धमाके अब भी जारी हैं।
रमजान में मुश्किलें, टूटी मस्जिदों की मरम्मत जारी
सीरिया में रमजान के दौरान बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों में नमाज पढ़ने जाते हैं, लेकिन गृहयुद्ध के कारण कई मस्जिदें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन मिलकर मस्जिदों की मरम्मत का कार्य कर रहे हैं ताकि लोग बिना किसी परेशानी के इबादत कर सकें।
जांच जारी, सुरक्षा बढ़ाई गई
बम धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है और शहर में आने-जाने वालों की कड़ी जांच की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार जांच में जुटी हुई हैं ताकि हमलावरों का पता लगाया जा सके।