Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 07 Feb, 2025 02:46 PM
राजस्थान के हाड़ौती अंचल में पिछले दो दिनों से जारी शीतलहर ने सर्दी का असर बढ़ा दिया है। रात के समय गलन बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। कोटा शहर में भी शीतलहर का असर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। बुधवार रात...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के हाड़ौती अंचल में पिछले दो दिनों से जारी शीतलहर ने सर्दी का असर बढ़ा दिया है। रात के समय गलन बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। कोटा शहर में भी शीतलहर का असर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। बुधवार रात को कोहरा छाया था, जिसके परिणामस्वरूप गुरुवार सुबह गलन में वृद्धि हुई। स्कूली बच्चे ठिठुरते हुए विद्यालय पहुंचे, लेकिन सुबह 8 बजे के बाद धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली और वे धूप सेंकते नजर आए। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी हवाओं के प्रभाव से सर्द मौसम बना रहेगा। 8 और 9 फरवरी को बादल छाए रहने की संभावना है। हालांकि, अगले सप्ताह से प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने और दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान जताया गया है। इसका मतलब यह है कि जल्द ही सर्दी का असर कम होने लगेगा और तापमान में वृद्धि होगी।
तापमान में गिरावट और राहत की उम्मीद
बीती रात 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली उत्तरी हवाओं के कारण रात का तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया। शेखावाटी अंचल के फतेहपुर कस्बे में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो मैदानी इलाकों में सबसे कम था।
तापमान की जानकारी
विभिन्न स्थानों का तापमान निम्नलिखित रहा-
- करौली: 3.8 डिग्री सेल्सियस
- लूणकरणसर: 4.6 डिग्री सेल्सियस
- माउंट आबू: 4.0 डिग्री सेल्सियस
- अंता बारां: 5.7 डिग्री सेल्सियस
- पिलानी: 6.4 डिग्री सेल्सियस
- चूरू: 5.6 डिग्री सेल्सियस
- दौसा: 5.6 डिग्री सेल्सियस
- संगरिया: 6.6 डिग्री सेल्सियस
- वनस्थली: 6.1 डिग्री सेल्सियस
- भीलवाड़ा: 6.2 डिग्री सेल्सियस
- चित्तौड़गढ़: 6.4 डिग्री सेल्सियस
- सीकर: 7.0 डिग्री सेल्सियस
आने वाले दिनों में मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, 8 और 9 फरवरी को बादल छाने की संभावना है, लेकिन उसके बाद प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहेगा। तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है, जिससे सर्दी का असर कम हो सकता है। सर्दी के बढ़ते प्रभाव के कारण लोग ऊनी कपड़े पहनकर बाहर निकलने लगे हैं। अलाव जलाना और धूप सेंकना सर्दी से राहत पाने के प्रमुख उपाय बन गए हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग शीतलहर से बचने के लिए अलाव जलाकर सर्दी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। कोटा का अधिकतम तापमान 1 डिग्री गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री गिरकर 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दृश्यता भी 3,000 मीटर से घटकर 2,000 मीटर रह गई थी।