Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 07 Mar, 2025 04:53 PM

दक्षिण अमेरिकी देश चिली में गुरुवार, 6 मार्च को जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
इंटरनेशनल डेस्क: दक्षिण अमेरिकी देश चिली जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप सैन पेड्रो डी अटाकामा से 104 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आया। यह शहर चिली-बोलीविया सीमा के पास स्थित है। राहत की बात यह रही कि इस भूकंप के बाद सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई। USGS के अनुसार, भूकंप दोपहर 12:21 बजे (स्थानीय समयानुसार) आया और इसकी गहराई 93 किलोमीटर थी। चिली की राष्ट्रीय आपदा एजेंसी ने इसे 'मध्यम तीव्रता' का भूकंप बताया और कहा कि वे किसी भी संभावित नुकसान का आकलन कर रहे हैं। भूकंप के कारण इमारतों में कंपन महसूस किया गया, लेकिन अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
चिली में बार-बार क्यों आते हैं भूकंप?
चिली दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। इसका कारण यह है कि चिली 'रिंग ऑफ फायर' पर स्थित है। यह क्षेत्र प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला है, जहां टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल की वजह से लगातार भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं। इस क्षेत्र में चिली से लेकर अलास्का तक भूकंप की संभावना बनी रहती है।
2010 का विनाशकारी भूकंप अब भी लोगों के जहन में ताजा
चिली के लोग आज भी 2010 के उस भयानक भूकंप को नहीं भूले हैं, जब 8.8 तीव्रता के झटकों के कारण देश में भयंकर तबाही मच गई थी। इस भूकंप के बाद सुनामी आई थी, जिसमें करीब 526 लोगों की मौत हो गई थी। तब से चिली सरकार ने आपदा प्रबंधन की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाया है और इमारतों में भूकंपरोधी तकनीक अपनाने पर जोर दिया है।
हाल ही में इन देशों में भी आए थे भूकंप
6.1 तीव्रता के इस भूकंप से पहले, 28 फरवरी 2025 को भारत समेत नेपाल, तिब्बत और पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भारत के पटना में रात 2:35 बजे 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए थे।
चिली सरकार अलर्ट पर, सतर्कता बरतने की अपील
चिली की आपदा एजेंसी ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है। अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और किसी भी संभावित नुकसान का आंकलन कर रहे हैं।