Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 20 Feb, 2025 07:24 PM
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो अचानक आने वाली शक्तिशाली ताकत से भूमि के भीतर की हलचलों के कारण उत्पन्न होती है। भूकंप ने अब तक हज़ारों जिंदगियों को लील लिया है, और इसकी तबाही से कई देशों में बडे़ पैमाने पर नुकसान हुआ है। चाहे वो प्राकृतिक आपदाएं हों...
इंटरनेशनल डेस्क: भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो अचानक आने वाली शक्तिशाली ताकत से भूमि के भीतर की हलचलों के कारण उत्पन्न होती है। भूकंप ने अब तक हज़ारों जिंदगियों को लील लिया है, और इसकी तबाही से कई देशों में बडे़ पैमाने पर नुकसान हुआ है। चाहे वो प्राकृतिक आपदाएं हों या फिर विकासशील देशों में अपर्याप्त सुरक्षा उपाय, भूकंपों ने विश्वभर में भयंकर तबाही मचाई है। प्रस्तुत है, दुनिया के कुछ सबसे बड़े भूकंपों का लेखा-जोखा।
1. 21 मई 2003 - अल्जीरिया का भूकंप
अल्जीरिया में 21 मई 2003 को एक बड़ा भूकंप आया, जिसमें लगभग दो हज़ार लोगों की जान गई और आठ हज़ार से अधिक लोग घायल हुए थे। इस भूकंप ने अल्जीरिया के कई इलाकों को बुरी तरह से प्रभावित किया और पूरी दुनिया में भूकंप की विनाशकारी शक्ति का अहसास कराया।
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2. 1 मई 2003 - तुर्की का दक्षिण-पूर्वी भूकंप
तुर्की के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में 1 मई 2003 को आए भूकंप में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें 83 स्कूली बच्चे भी शामिल थे। यह घटना स्कूलों में पढ़ाई के दौरान हुई, जिससे न सिर्फ छात्रों के परिवारों को नुकसान हुआ, बल्कि देशभर में एक शोक की लहर दौड़ गई।
3. 26 जनवरी 2001 - गुजरात का भूकंप
गुजरात में 26 जनवरी 2001 को एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.9 मापी गई। इस भूकंप में लगभग तीस हज़ार लोग मारे गए और करीब दस लाख लोग बेघर हो गए। भुज और अहमदाबाद सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल थे। इस भूकंप ने भारत के भूकंप के प्रति सुरक्षा व्यवस्था में कई सुधारों की आवश्यकता को उजागर किया।
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4. 17 जनवरी 1995 - जापान का कोबे भूकंप
जापान के कोबे शहर में 17 जनवरी 1995 को आए भूकंप में 6,430 लोग मारे गए और हजारों इमारतें ध्वस्त हो गईं। यह भूकंप जापान के सबसे बड़े भूकंपों में से एक था, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया।
5. 28 जुलाई 1976 - चीन का तांगशान भूकंप
1976 में चीन के तांगशान शहर में आए भूकंप ने दुनिया का सबसे भीषण नुकसान किया। इस भूकंप में 5 लाख से अधिक लोग मारे गए, और पूरा शहर मलबे में तब्दील हो गया। यह भूकंप अब तक के सबसे घातक भूकंपों में से एक माना जाता है।
6. 22 मार्च 1960 - चिली का भूकंप (रिक्टर स्केल पर 9.5)
दुनिया का सबसे शक्तिशाली भूकंप 22 मार्च 1960 को चिली में आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 9.5 थी। इस भूकंप ने चिली के कई गांवों को नष्ट कर दिया और तटीय इलाकों में सुनामी उत्पन्न हो गई, जिससे हवाई में भी भारी नुकसान हुआ। यह भूकंप एक ऐतिहासिक प्राकृतिक आपदा के रूप में याद किया जाता है।
7. 1 सितंबर 1923 - जापान का ग्रेट कांटो भूकंप
जापान के टोक्यो शहर में 1 सितंबर 1923 को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इस भूकंप की वजह से 142,800 लोगों की मौत हो गई और शहर के बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया। यह भूकंप जापान के इतिहास में सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक था।
8. 18 अप्रैल 1906 - सैन फ़्रांसिस्को का भूकंप
सैन फ़्रांसिस्को में 18 अप्रैल 1906 को आए भूकंप ने शहर को भारी नुकसान पहुंचाया। भूकंप के बाद लगी आग ने और भी अधिक तबाही मचाई। इस भूकंप में लगभग 700 से 3000 लोग मारे गए, और शहर का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
भूकंपों के कारण होने वाली तबाही
भूकंप का असर केवल जमीन तक ही सीमित नहीं रहता। इसके साथ ही यह सुनामी, मलबे के ढेर, आग, और इमारतों के गिरने जैसे कई अन्य खतरों को जन्म देता है। किसी भी भूकंप के बाद इसके प्रभाव को महसूस किया जाता है, जिससे जीवन, संपत्ति और संसाधनों का भारी नुकसान होता है।
भूकंप की भविष्यवाणी में क्या सुधार हुआ है?
भूकंप की भविष्यवाणी एक जटिल विज्ञान है, जिसमें अभी भी कई समस्याएं मौजूद हैं। हालांकि, विज्ञान और तकनीकी में सुधार होने के बावजूद, भूकंप के आने का समय और स्थान अभी भी पूरी तरह से भविष्यवाणी करना संभव नहीं हो पाया है। भूकंप की भविष्यवाणी करने की विधियों में अभी भी काम किया जा रहा है, लेकिन पूरी तरह से सुरक्षित और विश्वसनीय तकनीक का होना फिलहाल मुमकिन नहीं हो सका है।